महर्षि मारकंडेय ने सृष्टि को मृत्यु पर विजय का सन्देश दिया : महंत बंसी पुरी। महर्षि मारकंडेय प्राकट्योत्सव समापन अवसर पर शामिल हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालु, संतों ने दी शरद पूर्णिमा की शुभकामनाएं। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 17 अक्तूबर : मारकंडा नदी के तट पर श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सैंकड़ों की संख्या में मौजूद संत महापुरुषों के सान्निध्य में महर्षि मारकंडेय प्राकट्योत्सव बड़े ही श्रद्धा व हर्षोल्लास से मनाया गया। दो दिवसीय महर्षि मारकंडेय प्राकट्योत्सव के समापन अवसर पर विशेष तौर पर महामंडलेश्वर स्वामी विद्या गिरी एवं भारत साधु समाज के प्रदेशाध्यक्ष महंत बंसी पुरी सहित महंत भीम पुरी, महंत लक्ष्मी नारायण पुरी, महंत विश्व नाथ गिरी, महंत महेश पुरी, महंत विवेकानंद पुरी, महंत विश्राम गिरी, महंत शिव गिरी, महंत सत्यानंद पुरी सहित अनेकों संत महापुरुष शामिल हुए। विकास शर्मा एवं उनके परिवार के सदस्य महर्षि मारकंडेय प्राकट्योत्सव के मुख्य यजमान रहे। महामंडलेश्वर स्वामी विद्या गिरी ने मारकंडेय पुराण के महत्व एवं महर्षि मारकंडेय के तप बारे में विस्तार से बताया। साथ ही उनके जीवन एवं चरित्र पर चर्चा करते हुए कहा कि मारकंडेय पुराण में ही भगवान शिव के साथ शक्ति की पूजा का महत्व बताया गया है। इस लिए हर देवता की पूजा के साथ शक्ति की पूजा जरूर करनी चाहिए। उन्होंने इस मौके पर शरद पूर्णिमा का महत्व बताया तथा शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की अध्य्क्षता कर रहे महंत बंसी पुरी ने कहा कि महर्षि मारकंडेय भगवान शिव के अनन्य भक्त हैं और वह इस धरती पर चिरंजीवी महापुरुष हुए हैं। महर्षि मारकंडेय ने भगवान शिव की भक्ति से सृष्टि में सिद्ध किया है कि मृत्यु पर भी विजय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने बताया कि भगवान शिव की भक्ति में ऐसी शक्ति है कि जीवन में जो इच्छा करो वह अवश्य पूरी होती है। अखिल भारतीय मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मंदिर के व्यवस्थापक महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि शरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय महर्षि मारकंडेय प्राकट्योत्सव पर अनेकों श्रद्धालु पहुंचे हैं। ऐसे दुर्लभ अवसर जीवन में बहुत ही भाग्यशाली लोगों को प्राप्त होते हैं। उन्होंने बताया कि महर्षि मारकंडेय प्राकट्योत्सव का कार्यक्रम हर वर्ष भव्य रूप से आयोजित होता है। इसमें शामिल होने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। मारकंडेय प्राकट्योत्सव का समापन आज भव्य महायज्ञ में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ विद्वान ब्राह्मणों द्वारा पूर्णाहुति के साथ किया गया। पूर्णाहुति में यजमान विकास शर्मा, स्वामी पृथ्वी पुरी, स्वामी सीताराम, राजेश शर्मा, कुलदीप सिंह, सुक्खा सिंह, नाजर सिंह, हरदेव सिंह, रीना देवी, मुकेश देवी, अंजलि, बिल्लू पुजारी इत्यादि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। Post navigation श्रीअवधूत आश्रम में शरद पूर्णिमा पर यज्ञ के साथ विशाल भंडारा आयोजित हरियाणा सरकार सभी बुजुर्ग पत्रकारों को पेंशन का लाभ प्रदान करे : वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक