नायब सैनी सरकार में मंत्री रहे संजय सिंह, कंवरपाल गुर्जर, डॉ. कमल गुप्ता, सुभाष सुधा, जयप्रकाश दलाल, रणजीत चौटाला, असीम गोयल और अभय सिंह यादव चुनाव हार गए हैं. चंडीगढ़ – हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिल गया है. भाजपा ने 48 जीती हैं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिलती दिख रही हैं. हरियाणा में भाजपा ने भले ही शानदार जीत हासिल की हो लेकिन नायब सैनी की सरकार के 10 मंत्रियों में से 8 मंत्री चुनाव हार गए हैं. सिर्फ 2 ही मंत्री चुनाव जीत पाए. जीतने वाले मंत्रियों में पानीपत ग्रामीण सीट से महिपाल ढांडा और बल्लभगढ़ सीट से मूलचंद शर्मा शामिल हैं. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष रहे ज्ञानचंद गुप्ता भी कांग्रेस के चंद्रमोहन बिश्नोई से चुनाव हार गए हैं. नायब सैनी सरकार में मंत्री रहे संजय सिंह, कंवरपाल गुर्जर, डॉ. कमल गुप्ता, सुभाष सुधा, जयप्रकाश दलाल, रणजीत चौटाला, असीम गोयल और अभय सिंह यादव चुनाव हार गए हैं. रणजीत सिंह रानियां से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे. खास बात यह रही कि आठ मंत्रियों में से तीन तो चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे. कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर 6868 वोट से हारे जगाधरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़े कैबिनेट मंत्री कंवर पाल गुर्जर को कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी अकरम खान ने 6868 वोट से मात दी. अकराम खान को 67,403 वोट मिले हैं. कंवरपाल गुर्जर को 60,535 वोट मिले हैं. कंवरपाल गुर्जर मनोहर लाल खट्टर की पहली टर्म की सरकार में स्पीकर थे. दूसरे टर्म में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. लोहारू से हारे जेपी दलाल लोहारू में मंत्री जेपी दलाल को कांग्रेस उम्मीदवार राजबीर फरटिया ने 792 वोटों से हरा दिया. जेपी दलाल मनोहर लाल के मुख्यमंत्री रहते हुए कृषि मंत्री और नायब सैनी की सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया था. भाजपा उम्मीदवार जेपी दलाल को 80,544 वोट मिले, वहीं राजबीर फरटिया को 81,336 वोट मिले. तीसरे नंबर पर रहे रणजीत चौटाला हरियाणा के बिजली मंत्री रहे और रानियां से आजाद उम्मीदवार के रूप में उतरे रणजीत सिंह भी चुनाव हार गए हैं. इनेलो-बसपा के उम्मीदवार अर्जुन चौटाला ने यहां से 4191 वोटों से जीत दर्ज की. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के सर्वमित्र कंबोज रहे. रणजीत चौटाला तीसरे नंबर पर रहे. सावित्री जिंदल से हारे कमल गुप्ता नायब सैनी सरकार में मंत्री रहे डॉ. कमल गुप्ता हिसार विधानसभा से मैदान में उतरे. लेकिन वे बुरी तरह हारे और तीसरे स्थान पर रहे. हिसार में देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास राड़ा को 18,941 वोटों से हराया. जिंदल को 49,231, रामनिवास राड़ा को 30,290 तो कमल गुप्ता को 17,385 वोट मिले. कमल गुप्ता, नायब सैनी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे. अंबाला सिटी में असीम गोयल की हार अंबाला सिटी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह मोहड़ा ने नायब सैनी सरकार में परिवहन मंत्री रहे असीम गोयल पर 11,131 वोटों से जीत दर्ज की. मोहड़ा को 84,475 वोट मिले, जबकि असीम गोयल 73,344 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे. स्थानीय निकाय मंत्री भी हारे थानेसर में कांग्रेस उम्मीदवार अशोक अरोड़ा ने सैनी मंत्रिमंडल में स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा को 3243 वोटों से हराया. अरोड़ा को 70,076 तो सुभाष सुधा को 66,833 वोट मिले. तीसरे नंबर पर रहे मंत्री संजय सिंह नूंह से चुनाव मैदान में उतरे मंत्री संजय सिंह भी चुनाव जीत नहीं जीत पाए और वे तीसरे स्थान पर रहे. कांग्रेस उम्मीदवार आफताब अहमद ने यहां 46,963 वोटों से जीत दर्ज की. इनेलो-बसपा उम्मीदवार 44,870 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे. भाजपा उम्मीदवार संजय को यहां 15,902 वोट मिले. संजय सिंह ने 2019 का चुनाव सोहना सीट से जीता था. इस बार उनकी सीट बदल दी गई थी. अभय यादव भी न मार सके मैदान नायब सिंह सैनी सरकार में मंत्री रहे अभय सिंह यादव भी नांगल चौधरी विधानसभा से चुनाव नहीं जीत सके हैं. कांग्रेस उम्मीदवार मंजू चौधरी ने अभय को 6930 वोटों से हराया. मंजू को 61,989 अभय सिंह को 55,059 वोट मिले. Post navigation हरियाणा की जलेबी का रस कांग्रेस को रास नहीं आया : पंडित मोहन लाल बड़ौली भाजपा की जीत के तीन प्रमुख कारण….कांग्रेस का आत्मविश्वास, माईक्रो मैनेजमैंट की कमी, अहीरवाल : विद्रोही