नेताओं के बिगड़े बोल पर चिट्ठी …..

-कमलेश भारतीय

यह भी चुनाव का एक रंग है कि बोल ही बिगड़ जाते हैं नेताओं के ! क्या क्या कह जाते हैं ! इसी बात को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखकर आग्रह किया है कि अपने नेताओं, खासतौर पर पंजाब के रवनीत सिंह बिट्टू और बिहार के रघुराज सिंह को बुरे बोल, भद्दी टिप्पणियां करने से रोकें । इन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ अमर्यादित भाषा का उपयोग किया है । इन पर कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि इन्होंने विवादास्पद और हिंसक बयान दिये हैं राहुल गांधी को लेकर ! राजनीति को पतित होने से बचाइये प्रधानमंत्री जी ! यह मामला सीधे सीधे लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा है ! राहुल गांधी के खिलाफ असभ्य, आपत्तिजनक और हिंसक बयानों की झड़ी लगाई जा रही है । रवनीत सिंह बिट्टू और रघुराज सिंह के बयानों का उल्लेख करते लिखा कि मुझे दुख के कारण यह कहना पड़ रहा है कि भाजपा और आपके सहयोगी दलों के नेताओं द्वारा इस्तेमाल भाषा हिंसक व आपत्तिजनक है ! चिट्ठी पहुंच गयी, अब फैसला प्रधानमंत्री के हाथ में !

चुनाव छोटा हो या बड़ा नेताओं के सुर कब बिगड़ जायें, जुबान कब फिसल जाये, कुछ पता नहीं चलता, भाई ! रवनीत सिंह बिट्टू पहले कांग्रेस में ही थे, अब भाजपा में जाकर इतनी कड़वाहट? पहले तो कांग्रेस ने ही संसद तक पहुंचाया, अब भाजपा है तो राहुल पर इतनी कटु टिप्पणी ? सचमुच शोभा तो नहीं देता ! वो क्या कह गये हैं शायर :

दुश्मनी जमकर करो लेकिन इतनी गुंजाइश रहे्
फिर कभी मिलें तो शर्मिंदा न हों!

यह तो राजनीति है बिट्टू भाई, आज यहां, कल वहां! कौन सा, कोई पक्का ठिकाना है! फिर क्या कहोगे जब कहीं लौटना पड़ गया ?

इसी तरह हरियाणा में भी पूर्व उपमुख्यमंत्री की माताश्री व विधायक श्रीमती नैना चौटाला ने जजपा से मंत्री रहे, अब उकलाना से भाजपा टिकट पर तीसरी बार चुनाव लड़ रहे अनूप धानक को ‘काला नाग’ कहने में कोई संकोच नहीं किया ! भरी जनसभा में कुबोल बोल दिया ! अनूप धानक का दर्द छलका कि मैं अनुसूचित जाति से हूं और मेरा रंग जन्मजात काला है लेकिन इस तरह के बोल कहना, यह कुछ हजम होने वाला तो नहीं न ! इस पर जवाब और भी मज़ेदार आया कि मैंने अनूप को बेटा समझा और प्यार में, गुस्से में मां कुछ भी कह सकती है ! मुझे उसके पार्टी छोड़ने से गुस्सा आ गया जबकि इसे मंत्री भी बनाया तो एक मां ने गुस्से में कह दिया ! क्या शब्दों और भावनाओं की जादूगरी की है श्रीमती नैना चौटाला आपने ! यों कहने को तो कांग्रेस में भी सुश्री सैलजा को क्या नहीं कह दिया ! ये अशोभनीय बातें लोकतंत्र में नहीं होनी चाहिएं । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसका कड़ा नोटिस लेते कहा है कि जो ऐसी बात बोल‌ रहे हैं, मैं उनसे सख्त नाराज हूँ और दूसरी बात यह भाजपा द्वारा मेनीपुलेटिड है ताकि वोट में सेंध लगा सकें ! सैलजा मेरी छोटी बहन है, उसका अपमान सहन नहीं करूंगा ! एक तरफ मेनीपुलेटिड वीडियो तो दूसरी तरफ डैमेज कंट्रोल ! यह चुनाव के दौरान चलता रहेगा ! कबीर कह गये हैं :

वाणी ऐसी बोलिये मन का आपा खोये
औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होय!
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी। 9416047075

Previous post

चुनाव घोषणा पत्र जारी करने के तीन दिनों के अंदर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में जमा करवानी होगी तीन प्रतियां – पंकज अग्रवाल

Next post

जो चार राज्यों में एक साथ चुनाव नहीं करा पा रहे, वो वन नेशन-वन इलेक्शन कैसे करा पाएंगे?- डॉ. संदीप पाठक

Post Comment

You May Have Missed

error: Content is protected !!