नारनौल विधानसभा सीट पर व्यापारी नेता को मिल सकती है भाजपा टिकट 

गोपाल शरण गर्ग नारनौल सीट से भाजपा के हो सकते हैं मजबूत चेहरा, राष्ट्रीय स्तर पर है गर्ग की पहचान

भारत सारथी कौशिक 

गोपाल शरण गर्ग

नारनौल। भारतीय जनता पार्टी रेतीली मिट्टी में इस बार किसी व्यापारी को टिकट देकर दक्षिणी हरियाणा में उसका चुनावी लाभ उठाने के लिए मंथन कर रही है। नारनौल विधानसभा सीट पर अबकी बार पेंच फंसा हुआ है। यहां से पार्टी की टिकट के लिए भाजपा संसदीय बोर्ड की सदस्य डा. सुधा यादव, वर्तमान विधायक ओमप्रकाश यादव, पूर्व नगर परिषद चेयरपर्स ऑन भारतीय सैनी सहित कई दावेदार लाइन में लगे है, परंतु सत्ता विरोधी हवा के कारण अबकी बार नए चेहरे के रुप में डॉक्टर सुधा यादव तथा अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के नेता गोपाल शरण गर्ग को बैतोर प्रत्याशी उतार कर यह सीट पर तीसरी बार कब्जा रखना चाहती है। तीसरी बार सरकार बनाने के लिए भाजपा यह इनका इन प्रकरण सभी तरह के दांव इस्तेमाल कर रही है।

डॉक्टर सुधा यादव

जिला मुख्यालय की सीट होने के कारण अबकी बार यहां पर सर्वमान्य भाजपा का प्रत्याशी हो सकता है। इसमें गोपाल शरण गर्ग, जिनकी न केवल राष्ट्रीय स्तर पर पहचान है, अपितु भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के नेताओं में काफी अच्छी पकड़ हैं। गोपाल शरण गर्ग वैश्य समाज के पूरे देश के सर्वोच्च व्यक्तित्व में से एक है। उन्होंने पूरे देश में हर राज्य में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के नाम से संगठन खड़ा किया हुआ है। लाखों अगर बंधु इस संगठन से जुड़े हुए हैं। 

उन्होंने अभी पिछले दिनों देश में महालक्ष्मी यात्रा निकाली थी। यह यात्रा देश प्रदेश होती हुई जिला महेंद्रगढ़ के सभी शहरों में आयोजित की गई थी। राजस्थान में उन द्वारा आयोजित अग्रवाल सम्मेलन में 2 लाख से भी ज्यादा भीड़ इकट्ठी करके उन्होंने भाजपा व आरएसएस के केंद्रीय नेताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा था। उनके द्वारा अग्रोहा में बनाया जा रहा स्वर्णजड़ित कुलदेवी महालक्ष्मी का विशाल मंदिर, 500 कमरों की धर्मशाला के  निर्माण से ने उनको देश प्रदेश में चर्चा का केंद्र बिंदु बना दिया है। आज अग्रोहा एक परमधाम का रूप ले चुका है। पिछले दिनों यहां पर 20 हजार से भी अधिक लोगों ने पूरे प्रदेश से भाग लिया था।  

यही कारण है कि गोपाल शरण गर्ग भाजपा में अपने उच्च व्यक्तिगत संबंधों व संपर्कों के कारण नारनौल विधानसभा सीट से भाजपा के प्रमुख उम्मीदवार है। गौरतलब है कि नारनौल में इससे पहले  रामशरण चंद मित्तल भी नारनौल से पांच बार विधायक रह चुके हैं। वैसे भी जिले की सबसे कम मतदाता वाली नारनौल विधानसभा सीट पर अहीर  मतदाताओं की संख्या दूसरी विधानसभा सीटों के मुकाबले सबसे कम है। 1 लाख 60 हजार मतदाता की विधानसभा सीट पर 1 लाख 10 हजार मतदाता गैर अहीर मतदाता हैं, जिससे उनका दावा काफी मजबूत बनता है। 

भारती सैनी

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारनौल विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार सबसे अंतिम सूची में घोषित किए जाएंगे। यदि भारतीय जनता पार्टी गोपाल शरण गर्ग को नारनौल से टिकट देती है तो आज के दिन वह भारतीय जनता पार्टी के सबसे लोकप्रिय और मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं और भारतीय जनता पार्टी की नारनौल सीट को आसानी से निकाल सकते हैं, क्योंकि मेवात, गुड़गांव, रेवाड़ी, दादरी व महेंद्रगढ़ जिले में अन्य किसी विधानसभा सीट पर कोई व्यापारी उम्मीदवार नहीं है।  वैसे भी दक्षिण हरियाणा में आज भी भारतीय जनता पार्टी का दूसरे जिलों की तुलना में व्यापक प्रभाव है।

पार्टी से प्राप्त सूत्रों के अनुसार यदि अहीर प्रत्याशी को मैदान में उतर जाता है तो दूसरा नाम डॉक्टर सुधा यादव का है। इससे पूर्व डॉक्टर सुधा यादव कारगिल लहर में महेंद्रगढ़ लोकसभा से सांसद बन चुकी है। डॉ सुधा यादव के मैदान में आने से अहीर मतदाता के साथ-साथ भाजपा संगठन से जुड़े लोग एकजुट होकर उनके समर्थन में चुनाव में उतर सकते हैं।

उसके बाद आता है इस विधानसभा सीट पर तीसरी बड़ी जाति श्रेणी प्रत्याशी का नाम। सैनी बिरादरी से अगर भाजपा दावा लगती है तो भारती सैनी उनके उम्मीदवार हो सकती है। भारतीय सैनी वर्तमान में भाजपा की महिला जिला अध्यक्ष हैं। इसे पूरा वह नगर परिषद नारनौल की चेयरपर्सन रह चुकी है।

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