भाजपा का छुट्टियों के बहाने मतदान तिथि बढाने का आग्रह चुनाव आयोग से बताता है भाजपा चुनाव हार रही है : विद्रोही

भारत के प्रजांतांत्रिक इतिहास में शायद पहला मौका है जब कोई राजनीतिक दल छुटिटयों का बहाना बनाकर मतदान तिथियों को आगे बढाने की गुहार चुनाव आयोग से कर रहा है : विद्रोही

भाजपा को चुनाव घोषणा के 8 दिन बाद यह क्यों याद आया कि एक एक अक्टूबर को मतदान होने से छुटिट्यों के कारण मतदान प्रभावित होगा : विद्रोही

25 अगस्त 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि छुट्टियों के बहाने हरियाणा विधानसभा चुनाव मतदान तिथि बढाने का हरियाणा भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर खुद ही साबित कर दिया कि भाजपा न तो चुनाव के लिए तैयार है और हार के डर से वह बचकाने बहाने बनाकर चुनाव को आगे खिसकाने का कुप्रयास कर रही है। विद्रोही ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार भारत के प्रजांतांत्रिक इतिहास में शायद पहला मौका है जब कोई राजनीतिक दल छुटिटयों का बहाना बनाकर मतदान तिथियों को आगे बढाने की गुहार चुनाव आयोग से कर रहा है।

हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहनलाल बडौली का छुटिटयों के बहाने मतदान तिथि बढाने का चुनाव आयोग से आग्रह करना बताता है कि भाजपा मान चुकी है कि वह चुनाव हार रही है। वहीं सवाल उठता है किे चुनाव आयोग ने मतदान तिथि 16 अगस्त को घोषित की थी। 16 अगस्त से 23 अगस्त चुनाव के लिए भाजपा पूर्णतया तैयार है, यह राग अलापने वालेे को चुनाव घोषणा के 8 दिन बाद यह क्यों याद आया कि एक एक अक्टूबर को मतदान होने से छुटिट्यों के कारण मतदान प्रभावित होगा। 

विद्रोही ने कहा कि भाजपा इन आठ दिनों में मीडिया बयान बहादुर बनकर लम्बे-चौडे दमगज्जे मारती रही। चुनाव तैयारियों के नाम पर बैठकों की नौटंकी करती रही। इन नौटंकी के बाद जब भाजपा को फीडबैक मिला कि वह बुरी तरह से चुनाव हार रही है, तब तैयारियों, चुनाव प्रचार में ज्यादा समय लेने के लिए छुटिटयों के बहाने मतदान तिथियों को बढाने की चुनाव आयोग से गुहार भाजपा की एक सुनियोजित रणनीति है ताकि जम्मू-कश्मीर चुनाव के बाद भाजपा अपनीे सारी ताकत हरियाणा में झौंककर केन्द्र व हरियाणा की सत्ता का दुरूपयोग करकेे, अपार कालेधन के बल पर येनकेन प्रकारेण चुनाव वैतरणी पार करने का कुप्रयास कर सके। भाजपा का यह कुप्रयास हरियाणा की जनता किसी भी हालत में सफल नही होने देगी।

विद्रोही ने कहा कि छुटिटयों के समय में ज्यादा मतदान होगा, क्योंकि जो मतदाता रोजगार के कारण हरियाणा से बाहर है, वे भी वापिस आकर मतदान कर सकेंगे। कांग्रेस भाजपा के ऐसे औच्छे हथकंडों का कडा विरोध करते हुए चुनाव आयोग से आग्रह करती है कि भाजपा की तिडकमी चालों में न फंसे और किसी भी सूरत में हरियाणा में एक अक्टूबर की मतदान तिथि में कोई परिवर्तन न करे।    

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