सांसद धर्मवीर सिंह को चिकत्सकों के प्रतिनिधिमंडल ने सौंपा ज्ञापन

भिवानी , 14 अगस्त । दिनांक 13.08.2024 को शाम 7 बजे राष्ट्रीय और प्रदेश आई एम ए की अनुपालन में आईएमए भिवानी के आपातकाल आह्वान पर भिवानी के सभी चिकित्सको ने मौन कैन्डल मार्च का आयोजन किया | आज पूरे देश के चिकित्सक समुदाय ने रोषपूर्वक कैंडल मार्च का आयोजन किया । कोलकता मे आर जी कर मेडिकल कॉलेज में एक एम डी प्रशिक्षु महिला डॉक्टर का पहले गैंग रेप किया गया । फिर उसकी मेडिकल कॉलेज के ड्यूटी सेमिनार रूम में ही निर्मम हत्या कर दी गई थी |

यह मौन पदयात्रा चौधरी बंसीलाल सामान्य हस्पताल भिवानी से आरंभ होकर घंटाघर चौक होते हुए नेहरू पार्क में समाप्त हुई | इसमें भिवानी आई एम ए के सदस्यों ने भाग लिया। पूरे भारत वर्ष में इस हीन घटना की निंदा हो रही है तथा दिवंगत आत्मा को न्याय की गुहार की जा रही है | हमारी सरकार से अपील है की कार्यक्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक केंद्रीय कानून बने , सुरक्षित कार्य क्षेत्र सुनिश्चित किया जाए । अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाये जाएं । सीबीआई जांच फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो । वर्षों से लंबित मांग पूरी हो जिससे चिकित्सकों को बेहतर सुरक्षा मिले और भविष्य में दोबारा ऐसा ना हो | हमारी मांग है कि देश के चिकित्सकों के मन से भय समाप्त हो और हम लोग निर्भय होकर अच्छे से अपना चिकित्सीय काम कर सकें। इसके लिए जल्द से जल्द एक केंद्रीय कानून पारित किया जाए।

भिवानी के सांसद चौ धर्मवीर सिंह को आज 14 अगस्त को अलसुबह चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल जिसमे हरियाणा राज्य के पूर्व प्रधान डॉक्टर करन पूनिया , आईएमए भिवानी के प्रधान डॉ नरेश गर्ग, सचिव डॉ राज महता , पूर्व राज्य सचिव डॉ मुकेश पंवार , पूर्व राज्य विशेषज्ञ चेयरमैन डॉ नरेंद्र तनेजा , महिला प्रतिनिधि डॉ अनिता पंवार , पूर्व ब्रांच सचिव डॉ रमेश खासा शामिल थे उन्होंने उनके निवास स्थान पर जाकर इन्हीं मांगों के निमित एक ज्ञापन सौंपा ।

कल की मौन कैंडल मार्च में आईएमए भिवानी के प्रधान डॉ नरेश गर्ग, सचिव डॉ राज महता, कोषाध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश अग्रवाल , आई एम ए हरियाणा के पूर्व प्रधान डॉ करण पूनिया, डॉ वंदना पूनिया, डॉ पवन गोयल, डॉ मोनिका गोयल, डॉ अजीत गुलिया, डॉ वी बी दीक्षित, डॉ बुंदेला, डॉ चंचल धीर, डॉ सरीन, डॉ रमेश खासा, डॉ स्वस्ति शर्मा, डॉ सविता, डॉ मुकेश, डॉ अनिता पंवार, डॉ आयुष, डॉ सीमा, डॉ विवेक, डॉ साक्षी, डॉ साहिल, डॉ प्रतीक, डॉ पुष्कर, डॉ प्रीति, डॉ विनय, डॉ शालु , डॉ शुभम, डॉ विवेक यादव, तथा उनके अन्य साथी मौजूद रहे। सब की एक ही पुरजोर मांग है कि जल्द से जल्द न्याय मिले और सुरक्षा के लिए सख्त से सख्त कानून बने।

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