विश्व के दुर्लभ स्फटिक मणि शिवलिंग पर सर्वकल्याण की भावना से ट्रस्टियों तथा शिव भक्तों द्वारा हुआ पूजन। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 2 अगस्त : तीर्थों की संगमस्थली एवं धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के अन्य मंदिरों की भांति ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ के श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने सावन शिवरात्रि के पावन अवसर पर सर्वकल्याण की कामना से जलाभिषेक किया। इस मौके जलाभिषेक में विद्यापीठ जुड़े श्रद्धालु एवं ट्रस्टी भी पहुंचे। सावन शिवरात्रि के अवसर पर परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से संस्था के ट्रस्टियों ने विश्व के दुर्लभ स्फटिक मणि शिवलिंग पर सर्वकल्याण की भावना से विशेष पूजन किया। ब्रह्मचारी ने कहा कि सावन शिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव के परम भक्तों द्वारा पूजन का आलौकिक अवसर होता है। उन्होंने बताया कि सावन की शिव पूजा विशेष फलदायी होती है। शिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ के भक्त पूर्ण समर्पण भाव से पूजन करते हैं। सावन में हर तरफ शिव मंदिरों में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने वाले भक्तों की लाईनें लग जाती हैं। ब्रह्मचारी ने कहा कि जो भी भोलेनाथ की पूजा पूरे मन से करता है उसकी हर मुराद पूरी होती है। भगवान शिव अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते हैं और उनकी मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। Post navigation चुनावी “विजय शंखनाद रैली” का कुरुक्षेत्र की भूमि से होगा आगाज़ : संजय भाटिया बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर और शहीदे आजम भगत सिंह की सोच को लेकर आगे बढ़ रहे अरविंद केजरीवाल : हरपाल चीमा