-आईबी के निदेशक तपन कुमार डेका ने ली पासिंग आउट परेड की सलामी, पुलिस सिपाहियों को अपने दायित्वों का पालन करने की दी सीख -पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया से उच्च शिक्षा प्राप्त जवान हरियाणा पुलिस में शामिल, अपराध पर अंकुश लगाने के हरियाणा पुलिस के सार्थक प्रयासों को मिलेगा और अधिक बल : डीजीपी गुरूग्राम, 27 जुलाई। गुरुग्राम के भौंडसी स्थित रेक्रूट ट्रेनिंग सैंटर के विशाल दीक्षान्त परेड स्थल में शनिवार को हरियाणा पुलिस के प्रशिक्षु सिपाहियों के बैच संख्या 90 का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस दीक्षांत समारोह में 978 प्रशिक्षु सिपाही देश सेवा की शपथ लेने के बाद हरियाणा पुलिस के बेड़े में शामिल हो गए। दीक्षांत समारोह में इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। उन्होंने परेड टुकड़ियों का निरीक्षण कर उनकी सलामी ली। कार्यक्रम में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। दीक्षांत समारोह में तपन कुमार डेका ने परेड टुकड़ियों का निरीक्षण करने उपरान्त प्रशिक्षणार्थियों को बधाई देते हुएकहा कि पुलिस की नौकरी व्यवस्था न होकर एक जनसेवा है। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह में शामिल सभी सिपाही स्नेह व बधाई के पात्र है जिन्होने अत्यन्त चुनौतीपूर्ण पुलिस सेवा को अपना जीवन यापन का जरिया बनाया है और कड़ी मेहनत वलगन से अपना प्रशिक्षण कुशलतापूर्वक पूरा किया है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के उपरांत अब आपकी वास्तविक परीक्षा शुरू होने जा रही है। जिसमें प्रशिक्षण के दौरान सिखाई गई पुलिस सेवा की बारीकियां आपके दैनिक सेवाओं में आने वाली चुनोतियों के निवारण में सहायक बनेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में दीक्षांत परेड एक गौरवशाली क्षण है यह जीवन में केवल एक बार ही आता है, इसलिए वे प्रशिक्षण के दौरान बताई गई सभी बातों को अपने जीवन में अमल करें। तपन कुमार डेका ने कहा कि पुलिस का कार्य बहुत ही चुनौती भरा है। इसलिए जवानों का आचरण और उनकी क्षमता भी असाधारण होनी चाहिए। पुलिस की नौकरी में समाजसेवा के साथ-साथ देश सेवा का जज्बा भी होना चाहिए। पुलिस में शामिल होने वाला व्यक्ति यदि इसे सेवा का सर्वोत्तम अवसर मानकर कार्य करता है तभी उसका इस विभाग में शामिल होना और इसमें कार्य करना सार्थक होता है। आईबी निदेशक ने समारोह में बैच में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तीन प्रशिक्षणार्थियों को सम्मानित किया व “साइबर क्राईम स्वच्छता एवं जागरूकता और शिष्टाचार” नामक बुकलैट का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हरियाणा पुलिस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने दीक्षांत परेड में शामिल जवानों को बधाई देने के साथ ही उन्हें भविष्य में प्रभावी ढंग से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के गुर बताएं। उन्होंने बैच में शामिल 978 जवानों के प्रशिक्षण से जुड़ी जानकारी सांझा करते हुए बताया कि इस बैच में हरियाणा सरकार की पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया से उच्च शिक्षा प्राप्त जवान हरियाणा पुलिस में शामिल हुए हैं। इनमें से 303 जवान स्नातकोत्तर तथा 646 जवान स्नातक है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में खुशहाल प्रदेश का निर्माण करने में हरियाणा पुलिस बल ने अपने मूल कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन करते हुए कई मंजिले तय कर ली हैं। हरियाणा पुलिस तकनीकी एवं आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होकर अपराध पर अंकुश लगाते हुए प्रदेश के लोगों की अत्यंत समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ सेवा कर निरंतर आगे बढ़ रही है। वहीं इन जवानों के हरियाणा पुलिस बल में शामिल होने पर प्रदेश में अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए हरियाणा पुलिस के सार्थक प्रयासों को और अधिक बल मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में इन रैकरूट सिपाहियों को कानून ड्रिल, कम्प्यूटर, चुनाव ड्यूटी, हथियारों व बिना हथियारों के आत्मरक्षा का प्रशिक्षण, बेतार यंत्रों के बारे में जानकारी, फायर फाइटिंग, भीड़ प्रबंधन, प्राथमिक चिकित्सा और प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के विशेष प्रशिक्षण के साथ-साथ इन्हे योगा, स्मार्ट पुलिसिंग, कम्युनिटी पुलिसिंग, मानव अधिकार, लिंग भेद तथा मानव व्यवहार आदि के सम्बंध में पुर्णतः प्रशिक्षित किया गया है जो नागरिक हितेषी पुलिस के रूप में समाजसेवा और सभी विषयों में पूरी तरह तैयार रहेंगे। जवानों को ओर अधिक प्रतिभाशाली बनाने के लिये खेल-कुद, सार्वजनिक भाषण, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई है। साईबर अपराध विशेषज्ञों द्वारा साईबर फ्राड, एटीएम फ्रॉड आदि अपराधों का विस्तापूर्वक प्रशिक्षण जवानों को दिया गया है। महानिदेशक ने हरियाणा सरकार द्वारा पुलिस विभाग के सम्बंध में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा कांस्टेबल तथा हैड कांस्टेबल के वर्दी भत्ते को 3000 हजार रूपये से बढ़ाकर 7500 रूपये किया गया है तथा एएसआई, एसआई, इंस्पेक्टर, डीएसपी का वर्दी भत्ता 4000 रूपये से बढ़ाकर 10 हजार रूपये प्रति वर्ष किया गया है। इसी प्रकार पुलिसकर्मियों के लिए मोबाइल अलाउंस की सुविधा शुरू की जिसके तहत कांस्टेबल और हैडकांस्टेबल को 200 रूपये, एएसआई को 250, एसआई को 300 तथा इंस्पेक्टर को 400 रूपये प्रतिमाह का मोबाइल अलाउंस दिया जाता है। इसी प्रकार, पुलिसकर्मियों को मिलने वाले यात्रा भत्ते में भी बढ़ोतरी की गई है। पहले पुलिसकर्मियों को 10 दिन का यात्रा भत्ता मिलता था जो अब बढ़ाकर 20 दिन कर दिया गया है। आईआरबी और एचएपी के जवानो के राशन भत्ते को 840 रुपये से बढ़ाकर 2100 रूपये प्रतिमाह कर दिया गया है। इसी प्रकार, जिला पुलिस के डीएसपी व अन्य पुलिस ईकाईयों के पुलिस अधिकारियों का राशन भत्ता 600 रूपये से बढ़ाकर 1500 रूपये कर दिया गया है। पहले एचएपी तथा आईआरबी के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को यह भत्ता नहीं दिया जाता था लेकिन अब एचएपी तथा आईआरबी में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी 800 रूपये प्रति माह का राशन भत्ता प्रदान किया जा रहा है। हरियाणा पुलिस के सभी प्रशिक्षण केन्द्रो में स्थाई व अस्थाई तौर पर नियुक्त प्रशिक्षक कर्मचारियों को मूल वेतन (बेसिक पे) का 20 प्रतिशत की दर से प्रशिक्षण भत्ता मंजूर किया जा चुका है। इस अवसर पर प्रशिक्षण केन्द्र में कार्यरत अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक चारू बाली, एडीजीपी कृष्ण कुमार राव व संजय कुमार, गुरूग्राम के सीपी विकास कुमार अरोड़ा, आईपीएस राजेन्द्र कुमार, आईपीएस बी.सतीश बालन, आईपीएस ओम प्रकाश, आईपीएस सिमरदीप सिंह, रिटायर्ड आईपीएस योगेंद्र नेहरा, परमजीत अहलावत, बलवान सिंह राणा, आईपीएस नाजनीन भसीन, आईपीएस राजेश दुग्गल, एसईएचपीएचसी के.एन भट्ट, डीसीपी ट्रैफिक गुरूग्राम वीरेंद्र विज, आईपीएस वसीम अकरम व दीपक गहलावत, आईपीएस गौरव व मयंक मिश्रा, आईपीएस विजय प्रताप, एचपीएस धर्मबीर सिंह, एचपीएस भारती डबास, एचपीएस सुभाषचंद, एचपीएस सुशील प्रकाश, एचपीएस प्रदीप डांगी, एचपीएस सन्दीप मोर, डॉ आसिमा श्योराण मेडिकल आफिसर सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। Post navigation गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस और RSO टीम द्वारा नाबालिगों (Underage) ड्राइविंग पर जागरूकता अभियान कीशुरुआत डोर टू डोर सर्वे का 96.5 प्रतिशत कार्य हुआ पूरा- डीसी