चर्चा है पुर्व सीएम के चहेते की शय पर गांव मोलाहेडा के दबंगों ने HSVP की भूमि पर किया अवैध कब्जा

गुरुग्राम, : एक तरफ तो प्रदेश की भाजपा सरकार के नेता पिछली सरकार पर जमीनों में हुएं करोड़ों के गोलमोल को लेकर बयान बाजी करते रहते हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार में उनकी ही पार्टी के कुछ दबंगों द्वारा सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे कर निमार्ण किए जा रहे हैं,जिसपर जिला प्रशासन भी आंखें बन्द कर मौन बना हुआ है। ऐसा ही एक ताजा मामला सेक्टर 22बी गांव मोलाहेडा का सामने आया है, जिसमें गांव मोलाहेडा के कुछ रसुखदार दबंगों ने धार्मिक आस्था दादा भैया के नाम पर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निगम क्षेत्र के गांव मोलाहेडा के उत्तर की तरफ बने कम्युनिटी सेंटर के पास एचएसवीपी सैक्टर 22 बी के प्लाट नंबर 1101-1110 के पास गांव मोलाहेडा के दबंगों ने आरडब्ल्यूए के पदाधिकारीयों, स्थानीय पुलिस थाना के अधिकारियों व पुर्व सीएम के चहेते रहे एक छुट भैया नेता की शय पर करीब 40 साल पहले सरकार द्वारा अधिग्रहण की गई जमीन पर धार्मिक आस्था दादा भैया की आड़ में लोहे की टीन शेड डाल कर बीते रविवार को गांव की महिलाओं को गुमराह कर धर्म के नाम पर भटका कर कलश यात्रा निकालकर मूर्ती स्थापना करवा दी है। जो कि कानून गैरकानूनी है।

जिसका कुछ जागरूक नागरिकों ने एतराज भी उठाया है, वहीं विभाग को भी इस बारे में अवगत कराया है। वहीं एक ग्रामीण ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि उक्त दबंगों ने सेक्टर 22 के तिकोना पार्क पर भी पश्चिम की तरफ धार्मिक आस्था के नाम पर मूर्ति स्थापना की हुई है। जिस पर भी एक स्थानीय निवासी प्रीति गर्ग नामक महिला ने एतराज उठाया था,जिसका भी मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा था। जिसमें तो भ्रष्टाचार के आरोपी क्षेत्र के पार्षद रविंद्र की भी मिली भगत थी। वहीं गांव में एक मन्दिर पर इन्हीं दबंगों ने फर्जी केस भी डलवाया था,तब इन दबंग व्यक्तियों की आत्म कहा मर गयी थी। जो आज धर्म का नकली चोला पहनकर कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

बता दें कि अभी हाल ही गत दिनों हरियाणा प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ में भी प्रशासन ने 150 धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए नोटिस जारी किए थे। जिनमें कई मंदिर तो करीब 200 साल पुराने भी सरकारी जमीनों पर बने हुए थे। जिसका मामला हाई कोर्ट में चल रहा है, जिसकी आगामी तारीख 29 अगस्त बताई गई है।

क्या कहते हैं HSVP विभाग के अधिकारी

जब इस बारे में एचएसवीपी विभाग के ईओ वन विकास ढांडा से बात की गई तो उनका कहना था कि सरकार तथा सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी सरकारी जमीन पर अवैध धार्मिक स्थल किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। अगर सेक्टर 22 में इस तरह धर्म की आड़ में अवैध कब्जा करने की रिपोर्ट सामने आएगी तो उस पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। एसडीओ को जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

वहीं जब हुडा प्रशासक रेनू सौगन से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।

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