पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने बिरला मंदिर बचाओ संघर्ष समिति को दिया समर्थन

किसी भी कीमत पर नहीं बिकने दिया जाएगा बिरला मंदिर को : अशोक अरोड़ा।

रजिस्ट्रीयों को रद्द करके दोषियों के खिलाफ की जाए कड़ी कार्रवाई : अशोक अरोड़ा।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 19 जुलाई : हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कुरुक्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहर बिरला मंदिर परिसर की जमीन बेचकर मार्केट काटने के मामले की कड़ी निंदा करते हुए कहा की किसी भी कीमत पर बिरला मंदिर का अस्तित्व खत्म नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने भारतीय नौजवान सभा के प्रधान एवं प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक शर्मा पहलवान द्वारा बिरला मंदिर बचाओ अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी पार्टी तथा वह स्वयं बिरला मंदिर का अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष समिति के साथ है तथा नगर की धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाएं जो भी निर्णय लेंगी उसमें वह बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने हरियाणा सरकार व जिला प्रशासन से मांग की कि सारे मामले की जांच करवाकर रजिस्ट्रियां रद्द की जाए और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। अरोड़ा ने कहा कि यदि सरकार इन रजिस्ट्रीयों को ठीक मानती है तो वह जन सहयोग से इस जमीन को खरीद कर मंदिर के ही हवाले करेंगे तथा किसी भी कीमत पर वहां मार्केट नहीं बनने दी जाएगी।

अरोड़ा ने कहा कि बिरला मंदिर धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की एक ऐतिहासिक धरोहर है। बिरला मंदिर कुरुक्षेत्र की एक पहचान है और इसे समाप्त करने का जो षड्यंत्र रचा गया है उसे किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। अरोड़ा ने कहा कि पिछले कुछ समय से बिरला मंदिर परिसर को बेचकर मार्केट काटने की चर्चाएं चल रही थी। जब उन्होंने इस बारे में जांच पड़ताल की तो दुख की बात तो यह है कि बिरला मंदिर के अधिकारियों तथा ब्रह्मपुरी अन्नक्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने इसका खंडन किया और जनता को गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन अब अशोक शर्मा पहलवान ने तथ्यों सहित सारे मामले का भंडाफोड़ कर दिया है। बड़े दुख की बात है कि मंदिर की जमीन को बेचा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अशोक शर्मा पहलवान के नेतृत्व में बिरला मंदिर बचाओ संघर्ष समिति ने 22 जुलाई से बिरला मंदिर के सामने अनिश्चितकालीन धरना देने का, जो फैसला लिया है वह इसके समर्थन में है और तन मन धन से भरपूर सहयोग करेंगे।

अशोक अरोड़ा ने नगर वासियों तथा सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं से भी अपील की कि बिरला मंदिर का अस्तित्व बचाने के लिए सभी को इस आंदोलन में समर्थन देना चाहिए।

पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि यदि किसी को पैसे की भूख है तो वह नगर वासियों के सहयोग से पैसा इकट्ठा करके उनकी भूख मिटाएंगे लेकिन किसी भी कीमत पर बिरला मंदिर की भूमि को बिकते नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है की कुछ भूमाफिया मिलीभगत करके इस मंदिर की जमीन को हड़पना चाहते हैं लेकिन नगर वासियों के सहयोग से उनके इरादे सफल नहीं होने देंगे।

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