मंडलायुक्त रमेश चन्द्र बिढान ने स्वीप के तहत चल रहे स्वच्छता अभियान की समीक्षा की

मंडलायुक्त ने शहर में स्थित सभी सेकेंडरी पॉइंट पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त होने पर मोनिटरिंग अधिकारियों की प्रशंसा की

लगातार एक महीने तक साफ रहने वाले जीवी पॉइंट्स के सेनेटरी इंस्पेक्टर को दिया जाएगा 10 हजार का ईनाम, लापरवाही मिली तो लगेगा प्रतिदिन 10 हजार का जुर्माना

गुरुग्राम, 19 जुलाई। गुरूग्राम के मंडलायुक्त रमेश चन्द्र बिढान ने ठोस कचरा पर्यावरण आवश्यकता कार्यक्रम (स्वीप) के तहत गुरुग्राम में जारी विशेष स्वच्छता अभियान की समीक्षा की। उन्होंने अभियान में नियुक्त सभी मोनिटरिंग अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पूर्व की बैठक में लिए गए निर्णयों व सभी के सामूहिक प्रयासों से अब शहर में स्थित किसी भी सेकेंडरी पॉइंट पर कचरा नही फैला है। मंडलायुक्त ने इस व्यवस्था को बरकरार रखने के उद्देश्य से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी सेकेंडरी पॉइंट पर उसकी क्षमता के हिसाब से डम्पर के फेरे निर्धारित करें ताकि उक्त पॉइंट से कूड़े का समयबद्ध तरीके से उठान हो सके। लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित उपरोक्त बैठक में निगम आयुक्त नरहरि सिंह बांगड़ व अतिरिक्त आयुक्त बलप्रीत सिंह भी मौजूद रहे।

मंडलायुक्त ने सभी 19 मोनिटरिंग अधिकारियों से वार्डवार जीवी पॉइंट्स की सफाई व्यवस्था, सफाई कर्मचारियों की हाजरी व सेकेंडरी पॉइंट्स पर सफाई की प्रगति रिपोर्ट लेने उपरांत संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जीवी पॉइटन्स के लिए प्रत्येक सेक्टर में दो डंपर की सेवाएं सुनिश्चित करवाएं। जोकि जीवीपी पॉइंट्स का कूड़ा प्राइमरी पॉइंट्स पर लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा संज्ञान में आया है कि शॉपिंग मॉल व रेस्टोरेंट आदि से बड़ी मात्रा में कूड़ा जमा करके रात के समय सड़क पर डाला जा रहा हैं। ऐसे में रात के समय चिन्हित स्थानों का औचक निरीक्षण कर वहां दोषी पाए जाने वाले वाहन चालक का वाहन जब्त करने के साथ ही संबंधित एजेंसी, संस्थान अथवा व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जाए। मंडलायुक्त ने कहा कि शहर में पुनः स्थापित हो रही सफाई व्यवस्था को कायम रखने के लिए हमे कुछ अन्य पॉजिटिव स्टेप्स भी लेने होंगे ताकि काम करने वाली टीम की हौसलाअफजाई की जा सके। उन्होंने कहा कि लगातार एक महीने तक जीवी पॉइंट्स को क्लीन रखने वाले सैनिटरी इंस्पेक्टर को 10 हजार रुपये बतौर ईनाम स्वरूप दिए जाएंगे। वहीं लापरवाही बरतने वाले सैनिटरी इंस्पेक्टर पर 10 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना भी लगाया जाएगा। मंडलायुक्त ने बैठक में स्पष्ट किया कि शहर में सेकंडरी पॉइंट्स क्लीन होने के बाद अब हमें प्राइमरी पॉइंट्स को क्लीन करने पर फोकस करना होगा।

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