वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र : हमारी प्राचीन संस्कृति में आयुर्वेद ज्योतिष के साथ साथ ब्रह्मांड का ज्ञान पर्यावरण औषधीय पौधों के बारे में बहुत कुछ मिलता है इसी संदर्भ में इस चित्र के चारों ओर तीन घेरे बने हुए दिखाए गए हैं जो सबसे पहला घेरा है उसमें 27 नक्षत्रों के नाम हैं और उनके पौधों के भी नाम साथ में लिखे हुए हैं। दूसरे घेरे में 12 राशियों के नाम लिखे हैं और साथ में उनके पौधों के नाम भी लिखे हुए हैं। तीसरे घेरे में नौ ग्रहों के नाम लिखे हैं और उनसे संबंधित पेड़ पौधों के नाम भी लिखे हुए हैं। जहाँ पर पेड़ पौधे जड़ी बूटी और वृक्ष के नाम लिखे हुए हैं तो उनमें उन नक्षत्रों का या उन राशियों का या उन ग्रहों का वास होता है। यदि हम उन पौधों जड़ी बूटियों या वृक्षों की पूजा करते हैं या उनको हम रतन की तरह धारण करते हैं तो यह रत्न से भी अच्छे परिणाम हमे यह जड़ी बूटियाँ पेड़ पौधे लाभ प्रदान करते हैं। Post navigation कुरुक्षेत्र में शिक्षा मंत्री ने छात्राओं को किया सम्मानित कर्क संक्रांति 16 जुलाई को, संकटों से छुटकारा पाने के लिए गौमाता की सेवा जरूरी : डा. महेंद्र शर्मा