3658 प्राईवेट बसों को रूट परमिट देेकर भाजपा ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि वह धीरे-धीरे रोडवेज का निजीकरण करके हरियाणा की यातायाता व्यवस्था को पूर्णतया निजी हाथों में सौंपने का षडयंत्र कर रही है : विद्रोही

3658 निजी बसों को प्रदेश के 262 रूटों पर परमिट देने का हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन कडा विरोध कर रही है : विद्रोही

11 जुलाई 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों के भारी विरोध के बावजूद भी स्टेट कैरिज स्कीम के तहत प्रदेश के विभिन्न 262 रूटों पर प्राईवेट बस आपरेटरों को 3658 रूट परमिट देने की शुरूआत की कठोर आलोचना करते हुए इसे विधानसभा चुनाव पूर्व भाजपा-संघ से जुडे निजी बस आपरेटरों को सत्ता बल पर लाभ पहुंचाने का कुप्रयास बताया। विद्रोही ने कहा कि रेवाडी सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में निजी बस आपरेटरों को रूट परमिट देने की शुरूआत हो चुकी है। स्टेट कैरिज स्कीम के तहत रेवाडी में क्षेत्रिय परिवहन प्राधिकरण की ओर से 20 रूटों पर 178 बसों को रूट परमिट भी जारी कर दिये है। 3658 निजी बसों को प्रदेश के 262 रूटों पर परमिट देने का हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन कडा विरोध कर रही है। सवाल उठता है कि जब हरियाणा रोडवेज वर्षो से यात्रियों को प्रदेश के इसे कोने से उस कोने में सुगमता से ले जाने का कार्य सूचारू रूप से कर रही है तब हरियाणा रोडवेज के बसों के बेडे का आधारभूत ढांचा मजबूत करने की बजाय भाजपा सरकार यातायात व्यवस्था का निजीकरण करके इसे प्राईवेट बस आपरेटरों के हाथों में सौंपने को क्यों उतारू है?  

विद्रोही ने आरोप लगाया कि 3658 प्राईवेट बसों को रूट परमिट देेकर भाजपा ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि वह धीरे-धीरे रोडवेज का निजीकरण करके हरियाणा की यातायाता व्यवस्था को पूर्णतया निजी हाथों में सौंपने का षडयंत्र कर रही है। जो प्रदेश व आमजन के लिए हानिकारक होगा और भविष्य में यात्रा करना भी उनके लिए महंगा होने वाला है। वहीं भाजपा को यह भी एहसास हो चुका है कि हरियाणा में तीन माह बाद उन्हे सत्ता गंवानी पडेगी, इसलिए सत्ता छोडने से पहले भाजपा अपने संगठन से जुडे लोगों को निजी बसों के रूट परमिट देकर भ्रष्टाचार को बढावा दे रही है। यदि सरकार ईमानदार व पारदर्शिता में विश्वास रखती है तो उसे बताना चाहिए कि जिन 282 रूटों पर वह 3658 प्राईवेट बसों को रूट परमिट दे रही है, उनमें भाजपा-संघ से जुड़े कितने बस आपरेटर है। विद्रोही ने आरोप लगाया कि निजी बस आपरेटरों को रूट परमिट देकर भाजपा सत्ता बल पर भाजपाई-संघीयों की तिजौरियां भरने का जुगाड़ कर रही है। आमजनों की जेब काटकर संघीयों की तिजौरियां भरने का सत्ता बल पर किया जा रहा यह कुप्रयास भ्रष्टाचार व लूट नही तो और क्या है?   

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