सपा की अब हरियाणा में एंट्री, गठबंधन के तहत कांग्रेस से मांगी पांच सीटे

‘एक हाथ दो, दूसरे हाथ लो’ का फलसफा 

महाराष्ट्र में भी 12 सीटों पर दावा जताया यूपी में देगी कांग्रेस को दो सीटे

यूपी उपचुनावों में गठबंधन की गांठे मजबूत करने में जुटी सपा कांग्रेस, लोकसभा चुनाव में बगावत करने वाले नेताओं पर ले सकती है एक्शन

अशोक कुमार कौशिक 

सपा ने इंडिया गठबंधन के तहत महाराष्ट्र में 12 और हरियाणा में 5 विधानसभा सीटों पर दावा किया है। इसके एवज में कांग्रेस को यूपी विधानसभा उपचुनाव में दो सीटें मिल सकती हैं। सूत्र बताते हैं कि सपा नेतृत्व ने भविष्य के लिए कांग्रेस को अपना फलसफा भी समझा दिया है- ‘एक हाथ दो, दूसरे हाथ लो’। यूपी विधानसभा की 10 रिक्त सीटों पर महाराष्ट्र और हरियाणा के आम विधानसभा चुनावों के साथ ही चुनाव होने की संभावना है। इन राज्यों के आम चुनाव अक्तूबर में होना तय माना जा रहा है। कांग्रेस ने भी गठबंधन के तहत यूपी विस उपचुनाव में सीटें मांगी हैं। 

उधर दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में गठबंधन की गांठें ओर मजबूत होने की संभावना देखकर सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा में पूरी सावधानी बरती जाएगी। एक दूसरे का विश्वास हासिल करने के लिए दोनों दल लोकसभा चुनाव में गठबंधन के प्रत्याशियों का विरोध करने वाले नेताओं को भी चिन्हित कर रहे हैं। 

कांग्रेस तो ऐसे अपने कुछ नेताओं को चिन्हित कर उन्हें बाहर का रास्ता भी दिखा चुकी है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन से संगठनात्मक स्तर पर आई कमियों को भी चिन्हित किया है । इन कमियों को पार पाने के लिए अब हर जिले में जिला, तहसील, ब्लाक में बूथ स्तर पर संगठन का ढांचा खड़ा करने पर जोर दिया जा रहा है। 

कांग्रेस ने भी पक्षी दल के रूप में अपनी भूमिका को लगातार धार देते रहने और केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष करने करते रहने की योजना भी तैयार की है फिलहाल वह युवाओं को जुड़े मुद्दों को हवा दे रही है। नीट-यूजी परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर पार्टी संघर्ष कर रही है। इस मांग को लेकर युवा कांग्रेस को आंदोलन की कमान सौंप गई है।

उधर यूपी में एक सीट सीसामऊ (कानपुर) सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने से रिक्त हुई है, जबकि नौ विधायक अब लोकसभा सांसद बन चुके हैं। इनमें से पांच सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी अभी सपा के पास थीं। वहीं, खैर, गाजियाबाद व फूलपुर भाजपा, मझवा निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद ने जीती थीं। 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के नजदीकी राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि अगर महाराष्ट्र और हरियाणा में उनकी पार्टी का दावा स्वीकार किया गया तो यूपी में गाजियाबाद और मिर्जापुर की मझवा सीट कांग्रेस को देने पर विचार हो सकता है।

हरियाणा में सपा ने जींद, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और गुड़गांव जिलों की पांच विधानसभा सीटें मांगी हैं। सपा नेतृत्व का कहना है कि इन सीटों पर मुस्लिम व यादव जाति के मतदाता बहुतायत में हैं, जिससे समीकरण उनके पक्ष में हैं। ये वो सीटें हैं, जो कांग्रेस लगातार तीन-चार चुनावों से हार रही है।

महाराष्ट्र में इन 12 सीटों पर ठोंका दावा

महाराष्ट्र में मानखुर्द शिवाजी नगर व भिवंडी पूर्व विधानसभा सीट अभी सपा के पास हैं। इन दो सीटों के अलावा भिवंडी पश्चिम, मालेगांव सेंट्रल, वरसोवा, औरंगाबद पूर्व, धुले, अकोला वेस्ट, नागपुर सेंट्रल, करंजा, जलगांव जामोद, रावेर और अमरावती सीटों पर अपना दावा ठोंका है। 

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