अहीरवाल में राव इन्द्रजीत सिंह चौधर, पगडी, मूंछ, स्वाभिमान के नाम पर राजनीति करके मतदाताओं से वोट मांगते है। वहीं भाजपा में घोर अपमानजनक स्थिति को सहते हुए भी विगत दस सालों से भाजपा के पिछलग्गू बनकर अहीरवाल के सम्मान, विकास कार्यो, जनसरोकारों को ठेस पहुंचाते रहे : विद्रोही 7 जुलाई 2024 – हरियाणा से 6 बार लोकसभा सांसद व अहीरवाल के दिग्गज नेता केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह की 20 साल से राज्यमंत्री रहने की हिसार में मीडिया के सामने प्रकट की गई टीस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि जब कोई व्यापक जनाधार वाला नेता अपमान सहकर भी सत्ता की कुर्सी से चिपटा रहेगा तो ऐसी ही अपमानजनक स्थिति का सामाना करना स्वभाविक है। विद्रोही ने कहा कि इसमें कोई दोराय नही है कि हरियाणा भाजपा में राव इन्द्रजीत सिंह न केवल सबसे वरिष्ठ नेता है अपितु वे सबसे बडा जनाधार भी रखते है। राव इन्द्रजीत सिंह के कद व जनाधार के सामने हरियाणा भाजपा का कोई नेता आसपास भी नही है। फिर भी राव इन्द्रजीत सिंह विगत 20 सालों से केन्द्रीय राज्यमंत्री पद पर ही अटके हुए है। उनका यह कहना सही है कि वे देश के राजनीतिक इतिहास में इकलौते ऐसे मंत्री है जो विगत 20 सालों से राज्यमंत्री पद पर अटके हुए है जबकि राव साहब 6 बार हरियाणा से लोकसभा सांसद निर्वाचित हो चुके है जो हरियाणा के लोकतांत्रिक इतिहास में रिकार्ड है। हरियाणा के लगभग 58 वर्ष के राजनीतिक इतिहास में वे अकेले ऐसे नेता है जो 6 बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए है। विद्रोही ने कहा कि राव इन्द्रजीत सिंह को गंभीरता से विचारना चाहिए कि इतने वरिष्ठ नेता होने व 6 बार लोकसभा संासद निर्वाचित होने पर भी वे विगत 20 साल से राज्यमंत्री ही क्यों है। भाजपा ने उनका प्रमोशन करके केबिनेट मंत्री क्यों नही बनाया जबकि उनसे बहुत जूनियर व जीरो जनाधार वाले भाजपा नेता न केवल केबिनेट मंत्री है अपितु मलाईदार विभाग की उनके पास है। अहीरवाल में राव इन्द्रजीत सिंह चौधर, पगडी, मूंछ, स्वाभिमान के नाम पर राजनीति करके मतदाताओं से वोट मांगते है। वहीं भाजपा में घोर अपमानजनक स्थिति को सहते हुए भी विगत दस सालों से भाजपा के पिछलग्गू बनकर अहीरवाल के सम्मान, विकास कार्यो, जनसरोकारों को ठेस पहुंचाते रहे। विद्रोही ने कहा कि जो नेता अपमान सहकर भी राज्यमंत्री की कुर्सी से चिपका हुआ हो, उसे मोदी-भाजपा सम्मान क्यों देंगे? सम्मान न मिलने पर भी कुर्सी से चिपके रहने वाले व्यक्ति की वैसी ही गति बनती है जो राव साहब कीे बनी रही है। ऐसी स्थिति में राजनीतिक जीवन के अंतिम पड़ाव में चल रहे राव इन्द्रजीत सिंह के लिए यही अच्छा होगा कि वे अपने व अहीरवाल के सम्मान के लिए भाजपा को अलविदा कहे तभी उनका व अहीरवाल का सम्मान हो पायेगा। Post navigation हरियाणा में भाजपा के सामने कई चुनौतियां, क्या पूनिया-नागर लगा पाएंगे बेड़ा पार? मुख्यमंत्री ने पानीपत में 227 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की 32 परियोजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्यास