इस हादसे में घायलों को दिया जाए 20-20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता औद्योगिक क्षेत्र में होने वाले हादसों पर सरकार का नहीं ध्यान सरकार ने मृतक परिवार को कोई आर्थिक मदद देने की घोषणा नही की फतह सिंह उजाला गुरुग्राम । ट्रेड यूनियनों व सामाजिक संगठन दोलताबाद औद्योगिक क्षेत्र में फायरबॉल ब्लास्ट हुए दर्दनाक हादसे में पांच मजदूरों की मौत को लेकर एसडीएम गुरुग्राम रविन्द्र कुमार से मिले और ज्ञापन सौंपा। जिसमे मांग की गई है सरकार द्वारा मृतक के परिवार को एक-एक करोड़ की सहायता राशि दी जाए । जो मजदूर घायल है उनको 20-20 लाख की सहायता राशि दी जाए। मृतकों के परिवार को परेशान व डराया धमकाया ना जाए। एसडीम रविन्द्र ने आश्वासन दिया हे की कोई भी नायजाज तंग नहीं करेगा । सरकार को रिपोर्ट भेजी गई हे, जल्दी ही आर्थिक मदद के बारे में अवगत हो जाएगा । कामरेड अनिल पवार एडवोकेट , ऊषा सरोहा, श्रवण कुमार गुप्ता, एस एन दहिया ने कहा कि अभी तक सरकार ने मृतक परिवार को कोई आर्थिक मदद देने की घोषणा नही की । उल्टा पुलिस परशासन द्वारा मृतक परिवार मानसिक दवाब बनाया जा रहा की डेड बॉडी को ले जाओ। अगर जल्दी ही सरकार व प्रशासन हरकत में नही आता है तो ट्रेड यूनियन चुप बैठने वाली नही है। यहां तक की मौजूदा सरकार के सामने पूरे हरियाणा औद्योगिक क्षेत्र में कोई न कोई हादसा आए दिन होता रहा है । लेकिन सरकार का इस और कोई ध्यान नहीं है और न ही किसी दोषी अधिकारी के प्रति कोई कार्यवाही की गई। प्रमुख रूप से अनिल पवार, श्रवण कुमार गुप्ता, वजीर कुमार, ऊषा सरोहा, कुंवर लाल यादव, शिव कुमार, भारती देवी, रामवती, संजय कुमार, राजेश पटेल , संजय सिंह, हेमराज, राजेश कुमार एआईडीवाईओ , एस एस दहिया, वी एस यादव, धीरेन्द्र गुप्ता, अशोक कुमार, बलवीर कांबोज, नरेश कुमार, सुरेंद्र कुमार जांगड़ा, प्रवीन जांगड़ा, चंदन सिंह, प्रशांत भारद्वाज, महेंद्र राठी, राजेंद्र सरोहा, मनीष मक्कड़, धर्मवीर, कृष्ण कुमार,कौशिक कुमार ,धर्मवीर,भारती, उपेन्द्र सिह, व पिडित परिवार के मां बाप तथा परिजन आदि शामिल रहे। Post navigation अधिकारी तीव्रता से करें समस्याओं का समाधान-एडीसी हरियाणा सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों, हिन्दी आंदोलन- 1957 के मातृभाषा सत्याग्रहियों व आपातकाल सत्याग्रहियों की मासिक पेंशन में की बढ़ोतरी