पुराना जाटोली फाटक पर रास्ते के लिए लामबद्ध हुए क्षेत्र के लोग

संडे को रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे रेलवे लाइन के साथ हुई पंचायत

चुने हुए जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को लेकर लोगों में बनी नाराजगी

जाटोली और पुराना अनाज मंडी क्षेत्र में आवागमन को रास्ते की मांग

फतह सिंह उजाला 

पटौदी । पटौदी रेलवे स्टेशन के  साथ-साथ दिल्ली दिशा में पुराना जाटोली फाटक और रेलवे ओवर ब्रिज तक कंक्रीट की दीवार बनाई जाने को लेकर क्षेत्र के दुकानदारों और निवासियों में तेजी से रोष फैलता जा रहा है। संडे को रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे स्थानीय निवासियों और दुकानदारों की पंचायत का आयोजन किया गया । इस पंचायत में मुख्य रूप से जीतू चौहान, प्रदीप यादव, संतलाल, सुधीर चौधरी, यशपाल चौहान, पूर्व पार्षद रिंकू, प्रमोद गुप्ता, ताराचंद, प्रेम सेन,  नरेश कुमार सैनी, मोहनलाल सहित और भी लोग मौजूद रहे।

इस पंचायत में विभिन्न वक्ताओं के द्वारा सवाल उठाया गया कि सरकार की व्यवस्था लोगों को सुविधा उपलब्ध करवाना है ? या फिर आम जनता की परेशानियों को बढ़ाया जाना है ? पुराना जाटोली फाटक रेलवे और ब्रिज के नीचे यह ब्रिज बनाए जाने के समय से ही अंडर पास बनाए जाने की मांग की जाती आ रही है। लेकिन दो दशक के करीब बीत जाने के बाद भी आम लोगों की इस समस्या का समाधान नहीं हो रहा । दूसरी तरफ रेलवे प्रशासन के द्वारा पटौदी स्टेशन के साथ-साथ दिल्ली दिशा में रेलवे लाइन के दोनों तरफ कंक्रीट की दीवार बनकर खड़ी कर दी गई है । इस दीवार के कारण आने-जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है । यह रास्ता बंद होने से जाटोली की तरफ और पुराना अनाज मंडी हेली मंडी की तरफ अनेक दुकानदारों के व्यवसाय पर बुरा असर पड़ रहा है । इतना ही नहीं छोटे दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

संडे को आयोजित इस पंचायत में स्थानीय निवासी एवं दुकानदारों के द्वारा बताया गया पुराना अनाज मंडी हेली मंडी की तरफ आधा दर्शन के करीब स्कूल, अधिकांश राष्ट्रीयकृत बैंक, सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट अस्पताल और विभिन्न प्रकार के प्रतिष्ठान है । रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे पुराना अनाज मंडी का चौराहा जिसे  रामपुर चौक भी बोला जाता है, वहां पर लेबर चौक पर सुबह के समय सैकड़ो की संख्या में  दिहाड़ीदार काम की तलाश में पहुंचते हैं। जाटोली क्षेत्र से सैकड़ो की संख्या में प्रतिदिन बच्चे पुराना अनाज मंडी क्षेत्र की तरफ विभिन्न स्कूलों में पढ़ने के लिए आवागमन करते हैं । बैंकों में कामकाज के लिए और अपनी पेंशन इत्यादि लेने के लिए बुजुर्गों का भी बड़ी संख्या में आवागमन होता है। रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे पुराना जाटोली फाटक पर कंक्रीट की दीवार बनाए जाने से अब छोटे-छोटे बच्चों को और बुजुर्गों को आवागमन के लिए रास्ता ही नहीं बचा है । महापंचायत में फैसला किया गया कि जल्द से जल्द एक प्रतिनिधिमंडल चुने हुए जनप्रतिनिधियों , रेलवे अधिकारियों से मुलाकात कर आम जनमानस के वास्ते रास्ता छोड़ने की व्यवस्था बनाने की मांग करेगा । जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो महापंचायत बुलाकर क्षेत्र के लोग आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

आसपास के गांव से पहुंचते हैं दैनिक यात्री

पटौदी क्षेत्र के और आसपास झज्जर जिला तथा रेवाड़ी जिले के ग्रामीण इलाके से बड़ी संख्या में दैनिक यात्री सड़क मार्ग और अन्य संसाधनों से पटौदी स्टेशन से ट्रेन पकड़ने के लिए प्रतिदिन आवागमन करते हैं । रेलवे ब्रिज के ऊपर विभिन्न वाहनों से सैकड़ो की संख्या में दैनिक यात्रियों का सुबह और शाम आना-जाना हो रहा है । अब रेलवे प्रशासन के द्वारा कंक्रीट की दीवार रेलवे लाइन के दोनों तरफ बनाए जाने से रेवाड़ी गुड़गांव और दिल्ली की तरफ विभिन्न शहरों में नौकरी पेशा करने वाले तथा दैनिक कामकाजी लोगों के लिए भी विकट समस्या खड़ी हो गई है । ऐसे में अब इन लोगों को पटौदी स्टेशन तक आने जाने में ही लगभग 2 किलोमीटर का अतिरिक्त आवागमन करना पड़ेगा।

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