बार-बार केबल क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्रवासियों के सामने बिजली का संकट

खरीदारों के साथ किए गए सभी नियमों और वादों का उल्लंघन किया

बिजली व सोसायटी में रास्ते की अपनी समस्या लेकर पहुंचे थे लोग 

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम। हर्मिटेज कॉन्डोमिनियम एसोसिएशन के सदस्यों ने बुधवार को मेसर्स सत्या डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के सेक्टर-44 कार्यालय पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। कई दौरान कई विषयों पर लोगों ने अपनी मांगों के लिए नारेबाजी की।

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बिजली संबंधी समस्या पर कहा कि आंशिक लोड कनेक्शन जारी करना/लोड को 11 केवी से 33 केवी पर स्थानांतरित करना मेसर्स सत्या डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने सब स्टेशन दौलताबाद से सोसायटी तक 11 केवीए एचटी लाइन बिछाई थी। यह 33 केवी की स्थापना तक एक अस्थायी उपाय है। डीएचबीवीएन द्वारा सब स्टेशन और अब इसे स्थापित किया गया है। मौजूदा 11 केवी लाइन सोसायटी का भार वहन करने के लिए अपर्याप्त है। दौलताबाद क्षेत्र में ट्रंक सीवर लाइन बिछाने के कारण बहुत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। उनके द्वारा 11 केवी लाइन बिना किसी निश्चित पथ के अव्यवस्थित तरीके से बिछाई गई है, जिससे सीवर लाइन जैसे खुदाई कार्य के दौरान इसके क्षतिग्रस्त होने की आशंका है। बार-बार केबल क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्रवासियों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी को 11 केवी से 33 केवी पर स्विच करना है। डीएचबीवीएन ने कार्रवाई करने के लिए 12 नवंबर 2020 के माध्यम से कंपनी को नोटिस जारी किया है, लेकिन हमारे रिकॉर्ड के अनुसार अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पांच अप्रैल 2022 से एचसीए और सरकारी अधिकारियों की ओर से बिल्डरों के साथ कई बार बातचीत की गई, लेकिन सब व्यर्थ रहा।

दूसरी समस्या की जानकारी देते हुए लोगों ने जानकारी दी कि भूमि मालिक द्वारा प्रवेश मार्ग को अवरुद्ध करके लोगों के लिए परेशानी खड़ी की गई। इस समय द हरमिटेज परियोजना में कोई उचित प्रवेश और निकास मार्ग नहीं है। इस परियोजना के तहत फ्लैट बेचते समय कंपनी ने आवासीय परियोजना में प्रवेश और निकास के लिए 30 मीटर की चौड़ी सडक़ दिखाई थी। आज तक ऐसी कोई सडक़ ही नहीं देखी गई। यहां के निवासी प्रवेश और निकास के लिए 2 करम राजस्व सडक़ का उपयोग कर रहे हैं। कंपनी ने प्रमाण पत्र शर्तों का उल्लंघन करके प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए चंदर भान नामक एक किसान से इस राजस्व सडक़ के समानांतर पांच फीट चौड़ी भूमि पट्टे/किराए पर ली है। कंपनी ने खरीददारों को यह सडक़ दिखाई थी और तथ्य छुपाये थे। इस प्रकार कंपनी ने खरीदारों के साथ धोखाधड़ी की है। जमीन के मालिक चंद्रभान ने पूर्व में कई बार सडक़ अवरुद्ध की थी, जब कंपनी उन्हें किराया देने में विफल रही थी। पीडि़तों ने बताया कि अब तक उन्होंने जनवरी 2024 से उन्हें किराया नहीं दिया है। उन्होंने 24 अप्रैल 2024 से सडक़ के अपने हिस्से को अवरुद्ध कर दिया है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग (डीटीपी 6) ने 29 सितंबर 2021 के आदेश के जरिए कंपनी को राजस्व सडक़ की यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया था।

रेरा एक्सपर्ट एडवोकेट अभय जैन के मुताबिक वर्ष 2020 में फर्म और सोसायटी के जिला रजिस्ट्रार ने कंपनी को प्रति बिना बिके फ्लैट के लिए 1000 रुपये का भुगतान करने का आदेश पारित किया था। 9 मार्च 2020 में सोसायटी में कोई आरडब्ल्यूए नहीं थी और निर्वाचित आरडब्ल्यूए ने फरवरी 2022 में कार्यभार संभाला। इसके बाद कंपनी से राशि का भुगतान करने के लिए कहा है। कंपनी 2 जून 2022 को मेल के माध्यम से राशि का भुगतान करने के लिए सहमत हुई। 70,30,300 रुपये की समान राशि 3 जून को उन्हें भेज दी गई। उसके बाद बहुत सारे पत्राचार किए गए। एक अप्रैल 2024 को उनके कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई और 61,91,000 रुपये के बकाया भुगतान की सूची उन्हें भुगतान के लिए सौंपी। बैठक में आश्वासन दिया गया कि पंद्रह दिनों के भीतर प्रगति से अवगत कराया जाएगा। मगर अभी तक कोई पुष्टि प्राप्त नहीं हुई है। इससे पता चलता है कि मेसर्स सत्या डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने खरीदारों के साथ किए गए सभी नियमों और वादों का उल्लंघन किया है। इसलिए लोगों को प्रदर्शन करने जैसा कदम उठाना पड़ा।

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