हरियाणा भाजपा में सबसे बड़े व्यक्तिगत जन आधार वाले नेता व छह बार के लोकसभा से निर्वाचित सांसद राव इंद्रजीत सिंह को तीसरी बार भी केवल राज्य मंत्री बनाना अहिरवाल का सम्मान या अपमान : विद्रोही

जातिय ध्रुवीकरण की राजनीति साधने को ही मोदी-भाजपा ने पंजाबी, अहीर, गुर्जर जातियों के नेताओं को केंद्र में मंत्री बनाया है : विद्रोही

10 जून 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेद प्रकाश विद्रोही ने एक वक्तव्य में कहा कि मोदी-भाजपा-एनडीए सरकार में हरियाणा की तरफ से सांसद मनोहर लाल खट्टर को केंद्रीय मंत्री व राव इंद्रजीत सिंह, कृष्ण पाल गुर्जर को राज्य मंत्री बनाकर मोदी-भाजपा सरकार ने स्पष्ट संकेत दे दिया आने वाले अक्टूबर हरियाणा विधानसभा चुनाव को भाजपा जाट-गैर जाट की ध्रुवीकरण राजनीति के आधार पर लड़ेगी1 विद्रोही ने कहा जातिय ध्रुवीकरण की राजनीति साधने को ही मोदी-भाजपा ने पंजाबी, अहीर, गुर्जर जातियों के नेताओं को केंद्र में मंत्री बनाया है व हरियाणा में सैनी समाज के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया है1 जाटों को साधने अब भाजपा किसी जाट नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी1 ऐसी स्थिति में कांग्रेस को गंभीरता से विचार कर अपनी प्रभावी ठोस रणनीति भाजपा की काट में बनानी होगी1 भाजपा विधानसभा चुनाव में जाट-गैर जाट की राजनीति के आधार पर जातिय ध्रुवीकरण राजनीति न कर सके इसके लिए कांग्रेस को अभी से स्तर्क रहकर भाजपा के बिछाए जाल में फंसने की बजाय हरियाणा में कांग्रेस को 36 बिरादरियों का समान रूप से जन समर्थन मिले इसके लिए गंभीरता व ईमानदारी से काम करना होगा1

विद्रोही ने कहा यदि कांग्रेस ने अपने रणनीति को प्रभावी बनाने की बजाय अब तक का चले आ रहे ढररे को ही अपनाया तो कांग्रेस के हाथ से हरियाणा में जीती बाजी खिसक सकती है1

वही विद्रोही ने अहीरवाल की जनता से भी आग्रह किया हरियाणा भाजपा में सबसे बड़े व्यक्तिगत जन आधार वाले नेता व छह बार के लोकसभा से निर्वाचित सांसद राव इंद्रजीत सिंह को तीसरी बार भी केवल राज्य मंत्री बनाना अहिरवाल का सम्मान या अपमान इस पर भी गंभीरता से विचार करें1 वही राव इंद्रजीत सिंह को भी जनता को बताना होगा पगड़ी-चौधर के नाम पर राजनीति करके अहिरवाल की वोट लेने वाले राव साहब इतने कमजोर क्यों है?

इतने वरिष्ठ होने पर भी वे राज्य मंत्री बन कर ही खुश क्यों है?

विद्रोही ने कहा कि राव इंद्रजीत सिंह की भाजपा में आज की राजनीतिक हालात के बाद अहिरवाल की जनता भी समझ ले भाजपा उन्हें कठपुतली की तरह प्रयोग तो कर सकती है लेकिन न तो उन्हें उचित मान सम्मान दे सकती और न हीं विकास व अन्य मामलों में समान सम्मानजनक भागीदारी देगी1 ऐसी स्थिति में अहिरवाल की जनता के लिए उचित होगा वे अपने परंपरागत दल कांग्रेस की ओर फिर से लौटकर अपना मान-सम्मान फिर से कायम करें1 वही विकास सहित सभी मामलों में समान भागीदारी लेने की ओर बढे1

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