भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। आज पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरूकमल में प्रेसवार्ता की, जिसमें उनके साथ पूर्व ओएसडी जवाहर यादव और प्रदेश मीडिया प्रभारी अरविंद सैनी थे। अन्य कोई विधायक, संगठन का पदाधिकारी या गुरुगाम का जिला अध्यक्ष आदि कोई उपस्थित नहीं था। इस बात की भाजपा संगठन में बड़ी चर्चा है। संगठन के कई बड़े पदाधिकारियों को तो ज्ञात ही नहीं था कि पूर्व मुख्यमंत्री गुरूकमल में प्रेसवार्ता कर रहे हैं।

विधायक राकेश दौलताबाद के निधन पर उनके निवास पर वह उनके परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे और उसके तुरंत बाद उन्होंने प्रेसवार्ता आयोजित की। जिस पर कुछ लोगों की प्रतिक्रिया यह भी आई कि क्या पद बड़ा होने से हिंदू धर्म के शाश्वत सिद्धांत उन पर लागू नहीं होते? क्योंकि हिंदू धर्म में कहा गया है कि जब किसी को मोहकान जाएं तो सर्वप्रथम अपने घर आकर स्नान कर वस्त्र बदलने का विधान है परंतु यहां ऐसा कुछ हुआ नजर आया नहीं।

सांप गुजरने पर लाठी पीटने का क्या फायदा :
कुछ चर्चा यह भी चली कि हरियाणा में अब चुनाव समाप्त हो चुके हैं और पूर्व मुख्यमंत्री की प्रेसवार्ता में उनका विशेष ध्यान कांग्रेस के घोषणा पत्र पर रहा। वह घोषणा पत्र की कमियां गिनवाते रहे। इस पर कुछ दबी-छुपी प्रतिक्रियाएं सामने आईं कि अब हरियाणा में तो चुनाव हो चुका, अब कांग्रेस गालियां देने का क्या लाभ होने वाला है। यह तो वही बात हुई कि सांप निकल गया और अब लाठी बजाओ।

इसी प्रेसवार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने बूथों पर बहुत फर्जी वोट डलवाए हैं, जिस पर कांग्रेसी ही नहीं अपितु भाजपाई भी प्रश्न उठा रहे थे कि प्रदेश में सत्ता आपकी है और चुनाव आयोग भी कहीं न कहीं आपका नहीं तो निष्पक्ष तो है ही। ऐसे में कांग्रेस द्वारा फर्जी वोट डलवाना क्या अपनी कमजोरियों को नहीं इंगित करता? हरियाणा सरकार के स्थाईत्व के बारे में उनका कहना था कि हमारी सरकार सुरक्षित है। विधानसभा में 88 सदस्य हैं तो इस हिसाब से 45 का बहुमत होता है। अभी हमारे पास 40 सदस्य है, एक गोपाल कांडा साथ है और एक निर्दलीय साथ है तथा एक अभी चुनाव के पश्चात हमारा विधायक बढ़ जाएगा और दो जजपा के विधायक हमारे साथ हैं तो हो गए 45 तो हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है।

अब प्रश्न उठता है कि क्या नायब सैनी जीत ही जाएंगे? और दूसरा क्या जजपा के विधायक जब भाजपा को वोट करेंगे तो उनकी सदस्यता समाप्त नहीं हो जाएगी?

खैर, छोडि़ए इन बातों को। चर्चा यह है कि यह प्रेसवार्ता लोकसभा चुनाव के लिए नहीं अपितु विधानसभा चुनाव की तैयारी हेतु की गई है और विधानसभा में भी मानकर चल रहे हैं कि मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस ही होगी। अत: कांग्रेस को जनता की नजरों में गिराया जाए।

दूसरी चर्चा यह भी है कि वह जवाहर यादव को बादशाहपुर से विधायक बनाना चाहते हैं। उसी कड़ी में वह जवाहर के साथ राकेश दौलताबाद के निवास गए और जवाहर के साथ ही प्रेसवार्ता की।