श्रम शक्ति भवन के बाहर भरा है गंदा पानी, अधिवक्ता व आमजन हैं परेशान गुडग़ांव, 9 मई (अशोक): शहर के अधिकांश क्षेत्रों में जहां सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है, वहीं सरकारी कार्यालय परिसर भी चरमराती सफाई व्यवस्था से अछूते नहीं रहे हैं। इन कार्यालयों में प्रतिदिन बड़ी संख्या में शहर व जिले के लोग अपना काम कराने के लिए आते हैं और उन्हें सीवर के गंदे पानी से होकर ही गुजरना पड़ता है। मिनी सचिवालय परिसर स्थित कई मंजिला श्रम शक्ति भवन भी है। जिसमें श्रम विभाग व कई अदालतों का भी संचालन हो रहा है। अदालतों में अपने मुवक्किलों की पैरवी करने के लिए बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं का भी इस भवन में आना जाना रहता है। भवन के बाहर सीवर का गंदा पानी भरा है। जिससे सदैव दुर्गंध फैलती रहती है। जिला अदालत में कार्यरत अधिवक्ता अश्विनी कुमार शर्मा व उनके सहयोगियों अंकित, अंकुर आदि का कहना है कि मिनी सचिवालय व अदालत परिसर में जगह-जगह कूड़े के ढेर देखने को मिलते हैं। कई बार संबंधित अधिकारियों से भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन समस्याओं का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। उनका कहना है कि पेयजल की समस्या का सामना भी अदालत परिसर में कार्यरत अधिवक्ताओं, उनके स्टाफ व अपने मामलों की पैरवी करने के लिए आने वाले मुवक्किलों को करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि श्रम शक्ति भवन के पिछले हिस्से में सीढियों से उतरते ही गंदे पानी का सामना करना पड़ता है। मुवक्किलों व अधिवक्ताओं को इस भरे ही गंदे पानी से ही होकर गुजरना पड़ता है। गंदे पानी से जहां दुर्गंध उठती है, वहीं मच्छर भी पनप रहे हैं, लेकिन भवन का रखरखाव करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को शायद यह सब दिखाई नहीं देता। उनका कहना है कि गुरुग्राम ही नहीं, अपितु देश के अन्य स्थानों व विदेशों से भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग अदालत व मिनी सचिवालय अपने काम के लिए आते हैं। वे इन समस्याओं को देखकर गुरुग्राम के प्रति अपनी क्या राय लेकर जाएंगे, इसका अंदाजा स्वयं ही लगाया जा सकता है। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि चरमराती सफाई व्यवस्था में सुधार लाया जाए ताकि दिन-प्रतिदिन की समस्या से आमजन को निजात मिल सके। Post navigation ब्राह्मणों को उपमुख्यमंत्री बनाने की बात करने वाले हुड्डा करते है ब्राह्मणों से भेद-भाव गुड़गांव लोकसभा सीट के लिए 23 प्रत्याशी मैदान में, तीन उम्मीदवारों ने वापिस लिया नामांकन