कार्यक्रम में साहित्यकारों एवं हरियाणवी संस्कृति संग्रहालय में प्राचीन वस्तुओं का सहयोग करने वाले लोगों को भी किया सम्मानित।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 6 मई : प्रेरणा वृद्धाश्रम के परिसर में आयोजित प्रेरणा संस्था के 33 वें स्थापना दिवस के अवसर पर चौपाल का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ललित बतरा पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने की। जबकि विशिष्ट अतिथि सूर पुरस्कार विजेता डा. मधु कांत रहे। प्रेरणा संस्था एवं प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक डा. जय भगवान सिंगला ने बताया कि कार्यक्रम शुभारम्भ से पूर्व यजमान के तौर पर विमल विनोद वशिष्ट एवं उनकी धर्मपत्नी अन्नपूर्णा शर्मा ने भूमि पूजन व हवन किया। इसके उपरांत सभी अतिथियों ने प्रेरणा के मंदिर में पूजा अर्चना कर शहीदी स्मारक पर देश के शहीदों को श्रद्धा पुष्प अर्पित किए। गीता कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की एनसीसी कैडेट्स ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों की अगवानी की। तत्पश्चात मंत्रोच्चारण के साथ चौपाल की नींव रखी गई। इस अवसर पर पूनम बत्रा और डा. ममता सचदेवा भी मौजूद रही।

प्रेरणा वृद्धाश्रम में बने हरियाणवी संस्कृति संग्रहालय में प्राचीन वस्तुओं का अतिथियों ने अवलोकन किया। रामस्वरूप सभागार में दीप प्रज्वलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया। जिसमें पपोसा गांव के हरियाणवी कलाकारों ने हरियाणवी नृत्य के माध्यम से भजन पेश किया। डा. जय भगवान सिंगल द्वारा सहयोग करने वाले उन लोगों को सम्मानित किया जिन्होंने बुजुर्गों की निशानियां प्रेरणा वृद्धाश्रम को समर्पित की। इसी मौके पर मुख्य अतिथि ने प्रेरणा साहित्य संस्थान की ओर से तीन श्रेष्ठ साहित्यकारों को भी सम्मानित किया गया। जिन्होंने उपन्यास प्रतियोगिता में प्रथम सम्मान के साथ-साथ उन्हें नगद पुरस्कार भी हासिल किया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति ललित बतरा ने कहा कि प्रेरणा संस्था के कार्यों की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। प्रेरणा ने बुजुर्गों की सेवा के लिए पांच सितारा वृद्धाश्रम निशुल्क चला रखा है। साथ ही गरीब बच्चों को पढ़ाई करवा कर उन्हें श्रेष्ठ नागरिक बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दे रहे हैं। संस्था के बच्चे डीआरडीओ में वैज्ञानिक जैसे पद के साथ देश के महत्वपूर्ण पदों पर विराजमान हैं। चौपाल के माध्यम से प्राचीन संस्कृति एवं संस्कारों से अवगत करवाने का प्रयास है।

कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि जब भी मैं प्रेरणा वृद्ध आश्रम में आता हूं मुझे यहां बुजुर्गों से मिलकर पता चलता है कि यहां कितने कल्याणकारी कार्य हो रहे हैं। मंच संचालन डॉक्टर मोहित गुप्ता ने किया। संस्थापक डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि आज हमारे लिए अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि हमारे 33 वें स्थापना दिवस के अवसर पर चौपाल का शिलान्यास किया जा रहा है। इस मौके पर डा. सी.डी.एस. कौशल, प्रो. लालचंद गुप्त मंगल, डा. उषा लाल, डा. ममता सचदेवा, पूनम बत्रा, रोहतक से प्रो. श्याम लाल कौशल, रेनू खुंगर, आशा सिंगला, शिल्पा सिंगला, कमली पापोसा, तन्वी पापोसा, हर्षित पापोसा, आराध्या, आश्वी, सुरेखा, डा. हरबंस कौर, डा. ममता सूद, विनोद सूद, धैर्य सूद, चंडीगढ़ दूरदर्शन से सुनील शर्मा, धरोहर के क्यूरेटर विवेक चावला, मोनिका सिंगला, रोहतक से कांता बंसल, मेघा चौधरी, पंचकूला से लाजपत राय, फरीदाबाद से कमल कपूर, किशोर कुमार शर्मा, अमित, अनीता गुप्ता, कविता रोहिल्ला, अनीता रामपाल, डा. अनुपम, डा. उपासना इत्यादि सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। प्रेरणा अध्यक्षा रेनू खुंगर ने सभी आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया।

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