-एनसीआर मीडिया क्लब ने शुक्रवार को मनाया विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस

-इस साल का थीम वैश्विक पर्यावरण संकट के संदर्भ में पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का महत्व

गुरुग्राम, 3 मई। एनसीआर मीडिया क्लब के अध्यक्ष अमित नेहरा ने कहा है कि वैश्विक पर्यावरण की तरह अभिव्यक्ति की आजादी और पत्रकारिता भी संकट में है। क्लब ने लोकसभा चुनावों की व्यस्तता के चलते विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर एक ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया था। इसमें दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत व झज्जर समेत उत्तर भारत के अनेक नामचीन पत्रकारों एवं सम्पादकों ने हिस्सा लिया और अपने विचार सांझा किए।

एनसीआर मीडिया क्लब के प्रेसिडेंट अमित नेहरा ने कहा कि यह दिन हर वर्ष प्रेस की स्वतंत्रता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। यह दुनियाभर की सरकारों को 1948 के संयुक्त राष्ट्र संघ के मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा के अनुच्छेद 19 के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का सम्मान करने और उसे बनाए रखने के लिए अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। नेहरा ने बताया कि इस साल संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का थीम वैश्विक पर्यावरण संकट के संदर्भ में पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का महत्व रखा है। उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण तो संकट में है ही साथ ही प्रेस की आजादी भी खतरे में दिखाई देती है। पर्यावरण को बचाने और प्रेस के लिए सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए सभी राजनीतिक दलों और सिविल सोसाइटीज को आगे आना होगा। इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में अमित नेहरा, धर्मपाल धनखड़, उमेश जोशी, प्रदीप डबास, नवीन धमीजा, सरोज अग्रवाल, राज वर्मा, मनीष मासूम, अल्पना सुहासिनी, संजय मेहरा, उमेश गर्ग, भगत सिंह तेवतिया, सीमा गिल, संजय राघव, महेश शर्मा, मुकेश मंडल, सीमा सैनी, पवन नेहरा, सुशील कुमार, नफे सिंह, मुकेश बघेल, पीसी गुप्ता, रेनू कैलाश और प्रियंका सरकार सहित क्लब के अनेक पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।

अनेक समाचार पत्रों एवं न्यूज चैनलों में सम्पादक रह चुके वरिष्ठ पत्रकार धर्मपाल धनखड़ ने कहा कि अनेक जगहों पर पत्रकारों के साथ पुलिस-प्रशासन की ज्यादतियों के समाचार मिले हैं जो कि निंदनीय हैं। सरकार को पत्रकारों के साथ बदसलूकी करने वाले अधिकारियों के साथ सख्ती से निपटना चाहिए।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार उमेश जोशी ने कहा कि पर्यावरण नष्ट हो जाने से पूरी दुनिया से प्राणियों का सफाया हो जायेगा और कलम पर पहरे से अभिव्यक्ति की आजादी का सफाया निश्चित है। हमें दोनों को बचाना चाहिए।

क्लब के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट प्रदीप डबास ने कहा कि पत्रकारिता बिना डर या एहसान के होनी चाहिए। उन्होंने सभी पत्रकारों को इस रास्ते पर चलने की सलाह दी। एनसीआर मीडिया क्लब के जनरल सेक्रेटरी नवीन धमीजा ने कहा कि इस दिवस का उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह दिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने और उसका सम्मान करने की प्रतिबद्धता की बात करता है। वरिष्ठ पत्रकार एसके आहूजा ने कहा कि हमें वैश्विक परिदृश्य को ध्यान में रखकर पत्रकारिता करनी चाहिए और पर्यावरण संकट के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।

क्लब की वाईस प्रेसिडेंट सरोज अग्रवाल ने कहा कि सरकारों को पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि पर्यावरण व प्रेस की सुरक्षा सुनिश्चित करना हर नागरिक का फ़र्ज़ है।

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