कांग्रेस व्यक्तिगत कानूनों में सुधार को बढ़ावा देगी, ये सुधार संबधित समुदायों की भागीदारी और सहमति से किए जाएंगे चंडीगढ़, 22 अप्रैल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, उत्तराखंड की प्रभारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य कुमारी सैलजा ने कहा कि धार्मिक बहुलता भारत के विविध इतिहास को दर्शाता है, इतिहास को बदला नहीं जा सकता। भारत में रहने वाले सभी लोग और भारत में पैदा हुए सभी बच्चे समान रूप से मानवाधिकार के हकदार है, जिसमें अपने धर्म का पालन करने का अधिकारी भी शामिल है। बहुलता और विविधता हमारे संविधान की प्रस्तावना में निहित है। देश के इतिहास और लोकतांत्रिक परंपराओं को समझते हुए कांग्रेस का मानना है कि तानाशाही और बहुसंख्यकवाद के लिए देश में कोई जगह नहीं हैं। भाषीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत के अन्य किसी नागरिक की तरह मानव व नागरिक अधिकार प्राप्त है। कांग्रेस भारत के अल्पसंख्यकों के अधिकारों को बनाए रखने और उनकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि कांग्रेस ने अपने न्याय पत्र (घोषणापत्र) में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को बनाए रखने और उनकी रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश के संविधान के अनुच्छेद 15, 16, 25, 28, 29 और 30 के तहत अल्पसंख्यकों को मिलने वाले मौलिक अधिकारों का आदर करेगी और उन्हे बरकरार भी रखेगी। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस देश के संविधान के अनुच्छेद 15, 16, 29 और 30 के तहत भाषा की दृष्टि से अल्पसंख्यकों को मिलने वाले मौलिक अधिकारों का आदर करेगी और उन्हें बरकरार रखेगी। सैलजा ने कहा है कि कांग्रेस अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों और युवाओं को शिक्षा रोजगार, व्यवसाय, सेवाओं, खेल, कला और अन्य क्षेत्रों में बढ़ते अवसरों का पूरी तरह से लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगी और सहायता देगी। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस विदेश में अध्ययन के लिए मौलाना आजाद छात्रवृति को फिर से लागू करेगी और छात्रवृति की संख्या को बढाएगी। अल्पसंख्यकों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कांग्रेस आसान ऋण उपलब्ध करवाने के लिए नीति बनाएगी। कांग्रेस यह भी सुनिश्चित करेगी कि अल्प संख्यको को शिक्षा, स्वास्थ्य, देखभाल, सरकारी नौकरी, लोक निर्माण अनुबंध, कौशल विकास, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में बिना किसी भेदभाव के उचित अवसर मिले। कांग्रेस सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक नागरिक की तरह अल्पसंख्यकों को पोशाक, खान-पान, भाषा और व्यक्तिगत कानूनों की स्वतंत्रता हो। कांग्रेस व्यक्तिगत कानूनों में सुधार को बढ़ावा देगी, ये सुधार संबधित समुदायों की भागीदारी और सहमति से किए जाएंगे। कांग्रेस संविधान की आठवीं अनुसूची में अधिक भाषाओं को शामिल करने की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने का वायदा करती है। Post navigation अभी सीहमा में विरोध की तपत ठंडी नहीं पड़ी थी कि नांगल चौधरी में दिखाई दी भाजपा की गुटबाजी इनेलो ने लोकसभा चुनावों के लिए फरीदाबाद, सोनीपत और सिरसा के उम्मीदवार किए घोषित