– आग लगाने से निकलने वाले धूएं व गैसों से आंखों व सांस संबंधी हो सकती हैं बीमारियां

– उल्लंघना करने वालों पर की जाएगी नियमानुसार कार्रवाई

गुरूग्राम, 30 मार्च। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार के कचरे में आग ना लगाए क्योंकि यह पर्यावरण तथा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

गुरूग्राम के नागरिकों से आह्वान करते हुए निगमायुक्त ने कहा कि कचरे में आग लगाने के कारण क्षेत्र में धूंआ फैलता है तथा इससे कई प्रकार की हानिकारक गैंसें निकलती हैं। इसकी वजह से आसपास में रहने वाले लोगों को आंखों तथा सांस संबंधी बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि कई बार लोग पेड़ों के पत्तों, पॉलीथीन व अन्य प्रकार के कचरे में आग लगा देते हैं, जो कि नियम के तहत दंडनीय अपराध भी है। ऐसा करने वालों के खिलाफ नगर निगम गुरूग्राम द्वारा कार्रवाई की जाएगी तथा भारी जुर्माना लगाया जाएगा।

निगमायुक्त ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए नगर निगम गुरूग्राम गंभीरता से कार्य कर रहा है। नागरिकों को भी इसमें सहयोग करते हुए सडक़ों के किनारों, ग्रीन बैल्ट, खाली प्लाटों आदि में कचरा नहीं फैंकना चाहिए। कचरे को हमेशा डस्टबिन में डालें या फिर नगर निगम गुरूग्राम के अधिकृत कचरा स्थानों पर ले जाएं। इधर-उधर कचरा फैंकने से वहां पर कचरा संवेदनशील स्थान बन जाते हैं तथा नागरिकों को ही इससे परेशानी होती है। नागरिक अपने घर की सफाई के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र की सफाई का भी ध्यान रखें। अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर कचरा फैंकता है, तो उसे ऐसा करने से रोकें तथा अधिकृत कचरा प्वाईंट पर कचरा डालने के लिए कहें। इसी प्रकार, अगर कोई व्यक्ति कचरे में आग लगाता है, तो उसे भी रोकना जरूरी है क्योंकि इससे आसपास के लोगों को ही अधिक परेशानी होती है।

निगमायुक्त ने नागरिकों से यह भी अनुरोध किया कि वे सूखे एवं रिसायकलेबल कचरे को अलग रखें तथा उसे रिसायकलर को सौंपें। इससे एक ओर जहां हम कचरा कम करने में सहयोग करेंगे, वहीं दूसरी ओर कचरे का निष्पादन करवाने में भी अपना योगदान देंगे। जहां तक संभव को गीले या गलनशील कचरे को अलग करके उसकी खाद तैयार करें तथा पौधों में उसका इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि सभी के संयुक्त प्रयासों से ही हम गुरूग्राम की सफाई को बेहतर बनाएंगे।

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