उल्लेखनीय है कि 23 सितंबर 2022 को शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ के खिलाफ कैथल पुलिस ने राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर दिया था, अभी तक भी सुरेश द्रविड़ जांच लम्बित बहाल है।

कैथल, 26/03/2024 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल का एक प्रतिनिधिमंडल जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल के सहसंयोजक बलबीर सिंह व सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव रामपाल शर्मा की अध्यक्षता में पूर्व मंत्री श्रीमती कमलेश डांढा के आवास पर पहुंचा और स्थानीय विधायक लीला राम गुर्जर के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी को शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर को रद्द करवाने के लिए मांगपत्र सौंपा, लीला राम गुर्जर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि एफआईआर जल्द रद्द होगी, उन्होंने इस संबंध में हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात की है, उल्लेखनीय है कि 23 सितंबर 2022 को शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ के खिलाफ कैथल पुलिस ने राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर दिया था,

यह मुकदमा पूर्व राज्यमंत्री माननीया श्रीमती कमलेश डांढा के आवास पर 8 सितंबर 2022 को किए गए प्रदर्शन के संबंध में था, कैथल जिले के सभी शिक्षक संगठन और किसान संगठन व कर्मचारी संगठन मिल कर शिक्षक व शिक्षा विरोधी नीतियों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान का शिक्षक सुरेश द्रविड़ के संबोधन का एक वीडियो वायरल हो गया था, इस वीडियो के वायरल होने के कारण सुरेश द्रविड़ को 12 सितंबर 2022 को निलम्बित कर दिया गया है, शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन के चलते 19 सितंबर 2022 को जांच लम्बित बहाल कर दिया गया, अभी तक भी सुरेश द्रविड़ जांच लम्बित बहाल है।

इन सबके विरोध में शिक्षकों ने जन शिक्षा अधिकार मंच के माध्यम से लगातार 531 दिनों तक अनिश्चितकालीन धरना जिला सचिवालय कैथल में जारी रखा और 10 मार्च 2024 को स्थानीय विधायक लीला राम गुर्जर के आश्वासन के पश्चात धरना स्थगित किया गया, इस आश्वासन के 2 दिन पश्चात ही हरियाणा के मुख्यमंत्री बदल गए जिसके चलते अभी भी यह मामला लम्बित हैं। शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल आज इस संबंध मुख्यमंत्री महोदय को एक मांग पत्र सौंपा है और उम्मीद जताई है कि शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर और राजद्रोह का मुकदमा रद्द होगा। प्रतिनिधिमंडल में बिजेंद्र मोर, रमेश चहल, राकेश कुमार, राजेश बैनिवाल आदि भी शामिल थे।

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