प्रेरणा का बुजुर्गों को उनके परिवारों से मिलवाने का 157 वां सफल प्रयास। वृद्धाश्रम में रह रहे पति को मनाने दिल्ली से आई पत्नी। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक। कुरुक्षेत्र, 12 मार्च : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र का प्रेरणा वृद्धाश्रम अपनों द्वारा नकारे एवं घरों से निकाले बुजुर्गों को आश्रय देने का ही कार्य नहीं कर रहा बल्कि बुजुर्गों को फिर से उनके परिवारों से जोड़ने में भी अहम भूमिका अदा कर रहा है। ऐसी ही एक घटना प्रेरणा वृद्धाश्रम में देखने को मिली जब करीब 2 साल बाद प्रेरणा के पदाधिकारी लंबे प्रयासों के बाद बुजुर्ग दम्पति को फिर से मिलाने में सफल हुए। करीब दो साल से प्रेरणा वृद्धाश्रम में रह रहे स. इंद्रजीत सिंह बिंद्रा को उनकी पत्नी मनाने के लिए पहुंची और उन्हें वापस दिल्ली ले कर गई। वृद्धाश्रम के संस्थापक डा. जय भगवान सिंगला ने बताया कि बुजुर्गों को उनके परिवारों से मिलवाने का उनका यह 157 वां सफल प्रयास था। प्रेरणा वृद्धाश्रम में बुजुर्ग स. इंद्रजीत सिंह बिंद्रा जब अपनी पत्नी से मिले तो बहुत ही मार्मिक माहौल था। इस मौके पर प्रेरणा की अध्यक्षा रेणु खुंगर ने दोनों बुजुर्ग दम्पति को गले मिलवाया। दोनों ने प्रसन्न चित होकर फूलों की माला डालकर एक दूसरे आलिंगन किया। इस अवसर पर पुनर्मिलन 157 लिखा हुआ केक भी दोनों ने मिलकर अपने हाथों से काटा। संस्था के सभी सदस्यों ने मिलकर उन्हें अंग वस्त्र पहनाया और शाल ओढ़ा कर दोनों का सम्मानित किया। डीजे पर पंजाबी गाने लगाकर सभी ने मस्ती में डांस किया और खुशी का इजहार किया। डा. सिंगला ने अपनी लिखित खुशी अपनी मुट्ठी में नामक पुस्तक उन्हें भेंट की। उन्होंने कहा कि जहां दो बर्तन हैं वह खड़क जाते हैं लेकिन इस नौबत तक नहीं खड़कने चाहिए कि उनके टूटने की नौबत आ जाए। यह समझाया कि वह सदा मिलकर प्रेम प्यार पूर्वक रहें। ताकि समाज में एक नई सोच पैदा हो। इंद्रजीत बिंद्रा ने वर्षों पुराने बहुमूल्य सिक्के प्रेरणा वृद्धाश्रम में बना रहे संग्रहालय के लिए समर्पित किए। उनकी धर्मपत्नी ने भी बहुत सारी पुरानी टिकट और कई अन्य सामान संग्रहालय के लिए समर्पित किया। आश्रम में रहने वाले सभी बुजुर्गों और प्रेरणा सदस्यों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। सबकी आंखों में आंसू आ गए। इस अवसर पर डा. हरबंस कौर, डा. मधु मल्होत्रा, डा. बाबुराम, डा. विजय दत्त शर्मा, मधु शर्मा, बलविंदर कौर, शकुंतला देवी, सीता देवी, मलकीत कौर, उषा सच्चर, क्षमा मल्होत्रा, जोगिंदर सिंह, चंद्रकांत ठक्कर, कश्मीरी लाल जैन, विजय कुमार अग्रवाल , बी. श्रीवास्तव, सुशील कुमार गर्ग, आशा सिंगला व राधा अग्रवाल इत्यादि मौजूद रहे। Post navigation भाजपा के जुल्मों के खिलाफ लड़ रही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस: डॉ. सुशील गुप्ता डॉ. संजीव कुमारी को जापान से मिला सशक्त महिला सम्मान