कैग की रिपोर्ट के आधार पर द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण में भ्रष्टाचार की जाँच करवाई जाए-चौधरी संतोख सिंह

मुख्यमंत्री द्वारा गुरुग्राम के लिए की गई घोषणाएँ तथा विकास के दावे खोखले साबित हुए हैं

गुरुग्राम,11 मार्च, 2024 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुरुग्राम रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली फ़्लॉप हो गई।उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए हरियाणा रोडवेज़ की तक़रीबन 1300 बसें लगायी गई थी तथा हज़ारों प्राइवेट गाड़ियाँ लगायी गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए लगायी गई बसें ख़ाली रह गई तथा सैकड़ों बसों में तो एक भी व्यक्ति नहीं बैठा तथा रैली स्थल पर भी भारी संख्या में कुर्सियां ख़ाली रह गई।

उन्होंने द्वारका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण की लागत पर सवाल उठाए हैं, जोकि एक गंभीर विषय है।जब द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना को मंजूरी दी गई तब इसकी लागत 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर थी। चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा किए गए दावों एवं समाचार पत्रों में छपी ख़बरों के मुताबिक़ 29.06 किलोमीटर लंबे द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण में 9600 करोड़ रुपया ख़र्च हुआ है अर्थात् इसकी लागत 330 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर आयी है, जोकि एक बड़े भ्रष्टाचार की तरफ़ इशारा करती है।

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि पिछले पांच सालों में द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना का खर्च कई गुना बढ़ गया है।रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में जब परियोजना को मंजूरी दी गई थी तब इसकी लागत 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर थी, लेकिन अब यह लागत बढ़ कर 250 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर हो गई है, जोकि भ्रष्टाचार की तरफ़ इशारा करती है।नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) एक संवैधानिक संस्था है, जिसकी रिपोर्ट संसद में पेश की जाती है। इसलिये कैग की रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्पष्टीकरण देना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बड़े जोर शोर से गुरुग्राम में सरकारी हॉस्पिटल बनाना, सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज,1400 एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करना,फ़िल्म सिटी का निर्माण करना,फूल मंडी का निर्माण,खेडकीदोला टोल प्लाज़ा हटाना,बस अड्डे का निर्माण करना, मेट्रो का विस्तार करना, डिफेंस यूनिवर्सिटी बनवाना तथा अन्य कई बड़ी घोषणाएँ की थी तथा विकास के बड़े-बड़े दावे किए गए थे,लेकिन अभी तक किसी भी योजना पर सरकार काम भी शुरू न करवा सकी है।मुख्यमंत्री द्वारा गुरुग्राम के लिए की गई घोषणाएँ तथा विकास के दावे खोखले साबित हुए हैं।

उन्होंने सरकार से माँग की कि कैग की रिपोर्ट के आधार पर द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण में भ्रष्टाचार की जाँच करवाई जाए।

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