श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि विज्ञान का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। विज्ञान ने मानव जीवन को सुखद और सरल बनाया है। पूरे संसार में विज्ञान की बड़ी से बड़ी प्रयोगशालाओं में भारतीय वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वह बुधवार को विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति दिलचस्पी रखने और वैज्ञानिक तथ्यों का अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि महान वैज्ञानिक सीवी रमन से लेकर भारत रत्न डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तक हमारे सामने विज्ञान के क्षेत्र में कई बड़े आदर्श हैं। विज्ञान के बल पर ही अंतरिक्ष में हमारे वैज्ञानिकों ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है।

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर ‘विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग रिसर्च के पूर्व निदेशक प्रोफेसर शमीम अहमद ने कहा कि हमें अपने जीवन में छोटे-छोटे प्रयोग करते रहना चाहिए। इन छोटे प्रयोग के माध्यम से हमें सीखने को मिलता है। विद्यार्थी जीवन में छोटे प्रयोग करने से बड़े परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।

वाईएमसीए के प्रोफेसर एस के अग्रवाल ने विद्यार्थियों को कंट्रोल सिस्टम के बारे में बताया और साथ ही उन्होंने इसके लाभ भी बताए।

अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर सर सीवी रमन की उपलब्धियों एवं कार्यशैली के विषय में विद्यार्थियों को अवगत करवाया।

विद्यार्थियों को राष्ट्रीय विज्ञान के उपलक्ष्य में सर सीवी रमन के जीवन पर आधारित वृत्त चित्र भी दिखाया गया।

इस अवसर पर डीन आशीष श्रीवास्तव, डीन प्रोफेसर कुलवंत सिंह, डॉ. मोहित श्रीवास्तव, प्रवीन शर्मा, डॉ. मनोज कुमार शर्मा, डॉ. दिव्यांशु भटनागर, डॉ. हेमंत, डॉ. हिमानी वार्ष्णेय, प्रभिषेक श्रोती और ज्योति नैन उपस्थित रहे।

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