मुख्यमंत्री का अहंकारपूर्ण बयान, देश में वर्ष 2050 तक भाजपा सरकार : लोकतंत्र के नाम पर तानाशाही ? विद्रोही

लोकतंत्र व संविधान पर इतने बडे खतरे को जनता व सभी विपक्षी दलों को गंभीरता से लेना होगा : विद्रोही

कांग्रेस नेतृत्व में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लडकर आज से 77 वर्ष पूर्व देश को आजाद करवाके भारत को एक मजबूत लोकतांत्रिक देश बनाया : विद्रोही

28 फरवरी 2024 – हरियाणा व देश में वर्ष 2050 तक भाजपा सरकार रहने के विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के दावे पर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह अहंकारपूर्ण बयान बताता कि अब भारत में लोकतंत्र के दिन गिनेचुने ही बचे है। विद्रोही ने कह कि लोकतंत्र में हर पांच साल बाद मतदाता जनादेश के माध्यम से सरकार चुनता है। यदि कोई दल यह सोचता है कि उसकी सरकार वर्ष 2050 से पहले जाने वाली नही है, इसका तो यही अर्थ होता है कि ऐसा दावा करने वाले लोकतंत्र के नाम पर ऐसी तानाशाही लाना चाहते है कि मतदाता के चाहने या न चाहने पर भी उनकी हार संभव न हो। यह बताता है कि भाजपा लोकतंत्र के नाम पर संघी फासीजम देश पर लादना चाहती है। जिस तरह हिमाचल प्रदेश व उत्तप्रदेश में भाजपा ने अपार कालेधन व सत्ता दुरूपयोग से क्रॉस वोटिंग के माध्यम से एक-एक राज्यसभा सीट अपनी संख्या से अधिक जीती है, वह टेलर बताता है कि भविष्य में लोकतंत्र के नाम पर किस तरह से चुनाव होने वाला है।  

विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का विधानसभा में 2050 तक सत्ता में बने रहने का बयान साफ संकेत दे रहा है कि भारत में लोकतंत्र व संविधान पर कितना बडा खतरा मंडरा रहा है। लोकतंत्र व संविधान पर इतने बडे खतरे को जनता व सभी विपक्षी दलों को गंभीरता से लेना होगा। इसमें भी सबसे बडी जिम्मेदारी प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की है। कांग्रेस को यदि लोकतंत्र व संविधान को बचाने की लडाई लडनी है तो सबसे पहले कांग्रेस को गंभीरता से अपने खुद के घर को ठीक करना होगा। आज जिस तरह से कांग्रेसी गुटबाजी व निजी महत्वकांक्षा के चलते कांग्रेस को ही कमजोर कर रहे है, यदि इस पर कांग्रेस नेतृत्व ने कडाई से लगाम नही कसी तो लोकतंत्र व संविधान बचाने की लडाई एक सपना मात्र बनकर रह जायेगी।

विद्रोही ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जिस तरह भारी कुर्बानी देकर व कांग्रेस नेतृत्व में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लडकर आज से 77 वर्ष पूर्व देश को आजाद करवाके भारत को एक मजबूत लोकतांत्रिक देश बनाया है, उसी लोकतंत्र पर बहुत बडा खतरा मंडरा रहा है। कांग्रेसी उस खतरे का तभी मुकाबला कर सकते है, जब वे निजी स्वार्थो, महत्वकांक्षा की लडाई छोडकर एकजुटता से कांग्रेस को मजबूत करके जनता को लामबद्ध करके लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए लडे। विद्रोही ने कहा कि यदि कांग्रेस नेताओं ने गुटबाजी, निजी स्वार्थ, महत्वकांक्षा की राजनीति नही छोडी तो खुद कांग्रेस को व देश के लोकतंत्र को विनाश की ओर धकेलने के वे ही दोषी होंगे।  

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