शिक्षा मंत्रालय द्वारा डॉ. सत्यपाल सिंह को कुलाधिपति नियुक्त करना अवैध एवं नियम विरुद्ध : राधाकृष्ण आर्य

आर्य समाज से गुरुकुल कांगड़ी को छिनने का षड्यंत्र नहीं सहेगा आर्यसमाज।

बोले हरियाणा के सभी आर्यसमाजी करेंगे पुरजोर विरोध।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 21 फरवरी : आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा द्वारा संचालित सभी आर्यसमाजों एवं समाज के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा शिक्षा मंत्रालय द्वारा सारे नियमों को ताक पर रखते हुए गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलाधिपति के रूप में डॉ. सत्यपाल सिंह सांसद की नियुक्ति किए जाने पर रोष जताया।

आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा प्रधान श्री राधाकृष्ण आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय हरिद्वार आर्य समाज की सर्वोच्च शिक्षण संस्था है। जिसकी स्थापना 1901 में महान स्वतंत्रता सेनानी स्वामी श्रद्धानंद द्वारा की गई थी। वर्तमान में इसकी स्वामिनी एवं स्पॉन्सरिंग समिति का दायित्व तीन आर्य प्रतिनिधि सभाएं जिसमें आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब, आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा एवं दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा संयुक्त रूप से निभा रही हैं। डॉ सत्यपाल सिंह ने 30 दिसंबर 2022 को कुलाधिपति पद से त्यागपत्र दे दिया था। जिसे स्पॉन्सरिंग समिति ने स्वीकार कर लिया था और उनके स्थान पर 3 मार्च 2023 को नए कुलाधिपति के रूप में सुदर्शन शर्मा की नियुक्ति कर दी थी। किंतु उस पश्चात. डॉ. सत्यपाल सिंह ने अपने पद एवं प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी के अधिकारियों से नियम विरुद्ध, अवैध व असंवैधानिक और अनैतिकता से खुद को कुलाधिपति के रूप में नियुक्त करने का कुकृत्य कर रहे थे।

यूजीसी एवं शिक्षा मंत्रालय द्वारा गत 11 फरवरी को डॉ. सत्यपाल सिंह को नियम विरुद्ध कुलाधिपति नियुक्त भी कर दिया गया है। जबकि सुदर्शन शर्मा पहले से ही कुलाधिपति के रूप में कार्य कर रहे हैं। ऐसा कैसे मुमकिन हो सकता है कि एक कुलाधिपति के रहते दूसरे कुलाधिपति को नियुक्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में आर्यजन डॉ. सत्यपाल सिंह की अनैतिकता और असंवैधानिक रूप से पद हड़पने का पूर्ण विरोध करेंगे। राधाकृष्ण आर्य ने बताया कि जल्द ही प्रदेश भर में मीटिंगों का आयोजन कर आगामी रणनीति बनाई जाएगी और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती द्वारा बनाई गई संस्था को किसी के हाथ लूटने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर की आर्य समाज में मीटिंग कर जल्द बड़ा फैसला लिया जाएगा और डॉ. सत्यपाल सिंह के इस कुकृत्य का पुरजोर विरोध किया जाएगा और इसके लिए शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान एवं अन्य मंत्रियों से भी मिलकर पूरे मामले से अवगत करवाया जाएगा।

You May Have Missed

error: Content is protected !!