इस बार के राज्यपाल अभिभाषण में कुल 102 बिंदु है जिसमें से 16 बिंदु सबका साथ सबका विकास के है। यह कैसा सबका साथ सबका विकास है। गूँगे बहरों को आदेश दे रहे हैं और अन्धे दोनों पर नजर रखे हुए हैं। जैसे ही कोई प्यासा व्यक्ति पानी माँगता है, कटे हाथोंवाले कुदाल उठाकर कुआँ खोदने लँगड़ों के पीछे-पीछे चल पड़ते हैं। इस सरकार की दशा ऐसी है। चंडीगढ़/फरीदाबाद, 21 फरवरी 2024 – आज 21 फरवरी को एनआईटी फरीदाबाद से विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा में राज्यपाल अभिभाषण पर बोलते हुए कहा कि इस बार के अभिभाषण पढकर मुझे थोडी हंसी भी आई क्योकि इस बार के अभिभाषण में कुल 102 बिंदु है जिसमें से 16 बिंदु सबका साथ सबका विकास के है। यह कैसा सबका साथ सबका विकास है। मैं अपने क्षेत्र में मूलभूत कार्यो के लिए सरकार से सिर्फ 28 करोड मांग रहा हूँ। आपके समाने मुख्यमंत्री जी एंव मंत्री जी ने 1 माह समय दिया था क्या हुआ उसका। आखिर यही तो है ना आपका सबका साथ सबका विकास। आपके इस सबका साथ सबका विकास के उपर मुझे महान राष्टीय कवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी की राशिम रथी की कृष्ण जी की चेतावनी की कुंछ पक्ंितआ सुनाई और कहा कि जैसे पंडव कृष्ण जी के लिए 5 गांव मांग रहे थे मै तो सिर्फ 28 करोड मांग रहा हूँ। विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि इस बार के राज्यपाल जी के अभिभाषण के बिंदु नम्बंर 4 प्रभु श्रीराम जी का जिक्र था। लेकिन कल मेरे कपडो पर सिर्फ प्रभु सियाराम एंव स्वास्तिक का निशान था तो मुझे उसमें क्यो प्रवेश नही करने दिया गया। मै अपने कपडो पर प्रभु का नाम लिखकर आउ उसमें असवैधानिक क्या है। विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि हम सदन में राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा कर रहे है। मैं समझता हूँ यह राज्यपाल जी का अभिभाषण नही होता यह सरकार का विजन होता है सरकार की नीति और नियति होती है। आप विपक्ष की नही मान रहे, जनता की नही मान रहे कम से कम राज्यपाल महोदय को जो सरकार लिखकर दे रही है उन बातो को तो मान लो। विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि फरीदाबाद से गुरूग्राम को मेट्रो से जोडा जाना है लेकिन पता नही कब। आजतक धारतल पर कोई कार्य शुरू नही हुआ और मुख्यमंत्री जी ने नई एक और धोषण कर दी जबकि जो पहले की हुई है उसका अभीतक काम शुरू नही हुआ। 05 मार्च 2021 को राज्यपाल अभिभाषण के बिंदू नम्बंर 112, 2 मार्च 2022 को राज्यपाल अभिभाषण के बिंदु नम्बंर 84 में मेंटो का जिक्र था लेकिन वर्ष 2023 में इस चीज का कोई जिक्र नही है और मौके पर आजतक कोई काम शुरू नही हुआ। विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि ऐसे ही 05 मार्च 2021 को राज्यपाल अभिभाषण के बिंदू नम्बंर 76 में लिखा है मेरी सरकार ने राज्य में 3 एचपी से लेकर 10 एचपी क्षमता के 50 हजार ऑफ-ग्रिड सोलर पंप स्थापित करने की योजना शुरू की है और बिल्कुल ऐसे ही 2 मार्च 2022 को राज्यपाल अभिभाषण लिखा हुआ है। कितने स्थापित किए गए इसकी कोई जानकारी नही। क्या सिर्फ योजना ही बनती रहेगी। 05 मार्च 2021 के राज्यपाल अभिभाषण के बिंदू नम्बंर 61, 02 मार्च 2022 के राज्यपाल अभिभाषण के बिंदू नम्बंर 90, 20 फरवरी 2023 केे राज्यपाल अभिभाषण के बिंदू नम्बंर 111 में तीनों मेें फरीदाबाद, रेवाड़ी, कैथल, कुरुक्षेत्र और पंचकूला में 06 सरकारी नर्सिंग संस्थानों के बारे लिखा था। तीन-2 बार लिखना है लेकिन अभीतक फरीदाबाद में काम ही शुरू नही हुआ। इस बार के राज्यपाल के अभिभाषण के बिंदु नम्बंर 21 पर लिखा है गरीब अपनी बेटी के हाथ पीले करने में आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े. इसके लिए मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले अनुसूचित जातियों, विमुक्त जनजातियों और टपरीवास जातियों के परिवारों के लिए शगुन राशि 51 हजार रुपये से बढाकर 71 हजार रुपये की गई है। 02 माच 2022 के अभिभाषण के बिंदु नम्बंर 18 पर भी ऐसे ही लिखा है। विधायक शर्मा ने कहा कि 2022 में जो राशि थी उसी का जिक्र इस बार के अभिभाषण में लिखने का क्या मतलब। 2 साल मेे महगंाई बड गई लेकिन अभिभाषण मेे राशि वोही है। महगंाई पर बोलते हुए सदन मे विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि खाद्या प्रदाथों मे तेल के भाव इतने हो गए कि आज की तारिख में तेल सिर्फ शनि भगवान को नासीब हो रहा है क्योकि भगवान के आगे कोई नापता तोलता नही। बेरोजगारी पर बोलते हुए नीरज शर्मा जी ने बोला कि बेरोजगारी का हमारे हरियाणा में इतना विकास हो गया कि आज खुद विकास बेरोजगार होकर बैठ गया है। बहन बेटियों पर विधानसभा में विधायक नीरज शर्मा ने कविता के माध्यम से कहा कि देख सुदामा की दीन दशा करुणा करके करुणानिधि रोये। पानी परात को हाथ छुयो नहीं नैनन के जल सों पग धोये।। भष्टाचार पर सरकार पर बोलते हुए विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि रामजी की चिढिया रामजी के खेत/ खा रे चिडियंा भर भर पेट। आज की तारिख में ना तो कोई कहने वाला है और ना कोई सुनने वाला। भष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है। विधायक नीरज शर्मा ने सरकार की आलोचना मशूहर कवि सम्पत सरल जी के एक छंद से करते हुए कहा कि गूँगे बहरों को आदेश दे रहे हैं और अन्धे दोनों पर नजर रखे हुए हैं। जैसे ही कोई प्यासा व्यक्ति पानी माँगता है, कटे हाथोंवाले कुदाल उठाकर कुआँ खोदने लँगड़ों के पीछे-पीछे चल पड़ते हैं। इस सरकार की दशा ऐसी है। विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि आज की तारिख मे आम आदमी की स्थिति यह है कि जब कोई व्यक्ति पेट्रोल-डीजल लेते समय जब पम्प ऑपरेटर कहता है कि जीरो देखिए, तबलाचार ग्राहक तय ही नहीं कर पाता कि जीरो के लिए उसे मशीन की तरफ देखना है या अपनी जेब की तरफ। Post navigation किसानों पर पुलिस कर रही है अनधिकृत हथियारों का इस्तेमाल: अभय सिंह चौटाला ईवीएम को लेकर फेक न्यूज अपलोड करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश