हरियाणवी परिधान और आभूषणों में सजे कलाकारों ने दिखाई ठेठ हरियाणा की झलक।

फैशन शो में दिखा प्राचीन हरियाणा, कलाकारों की अदाकारी के कायल हुए दर्शक।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र 19 फरवरी : हरियाणा कला परिषद द्वारा कला कीर्ति भवन में आयोजित बसंत उत्सव का समापन हरियाणवी फैशन शो के साथ हुआ, जिसमें स्थानीय कलाकारों ने हरियाणवी परिधान, आभूषण तथा घरों व कृषि में उपयोग किए जाने वाले उपकरणों को दिखाते हुए भरतमुनि रंगशाला के रैम्प पर जलवे बिखेरे। 11 से 18 फरवरी तक आयोजित बसंत उत्सव में प्रत्येक दिन हरियाणा तथा अन्य प्रदेशों के कलाकारों का संगम देखने को मिला। उत्सव का पहला दिन हरियाणा तथा पंजाब के नाम रहा, वहीं दूसरे दिन राजस्थान ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट, छत्तीसगढ, उत्तरप्रदेश आदि प्रदेश उत्सव में अपनी सांस्कृतिक झलक दिखाने में कामयाब रहे।

उत्सव के समापन पर हरियाणा का सहयोगी दिल्ली रहा। कत्थक नृत्य की प्रस्तुति के साथ दिल्ली की कलाकार डा. सुमिता दत्ता ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस मौके पर श्रीमद भगवदगीता स्कूल के प्राचार्य अनिल कुलश्रेष्ठ बतौर मुख्यअतिथि पहुंचे। वहीें विशिष्ट अतिथि के रुप में धरोहर से प्रतिनिधि डा. कुलदीप, राजेंद्र यशबाबू, समाजसेविका अनीता भारद्वाज, नमना अहलावत, पूजा सरदाना, किरण गर्ग आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन विकास शर्मा द्वारा किया गया। समापन समारोह में पंकज शर्मा व उनके साथियों ने हरियाणवी फैशन शो प्रदर्शित कर असली हरियाणा दिखाने का प्रयास किया। इस शो लगभग 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया। फैशन शो में हरियाणवी लोकपरिधानों को पहनकर कलाकार मॉडल रैंप पर चले, तो दर्शकों ने तालियों से उनका स्वागत किया। कला परिषद के निदेशक नागेद्र शर्मा ने बताया कि हरियाणवी लोकपरिधानों की लोकप्रियता युवाओं में बढ़ाने के लिए हरियाणवी फैशन शो का आयोजन किया गया। आधुनिकता के दौर में युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति की ओर अग्रसर है, ऐसे में हरियाणवी संस्कृति का दर्शन करवाना अनिवार्य है। फैशन शो के दौरान दर्शकों का हुजूम हरियाणवी लोकपरिधानों को नए रूप में देखकर उत्साहित हुआ।

इस अवसर पर हरियाणा के घाघरे, घाघरी, गरक्खी, धोती, कुरता, कुरती, चूंदड़ी, पगड़ी आदि परिधानों को दिखाया गया। फैशन शो में परिधान के अलावा कलाकारों ने हरियाणवी नृत्य तथा लोक कहावतों को भी लोगों सांझा किया गया। इसके अलावा किसानों द्वारा कृषि में उपयोग किए जाने उपकरणों तथा महिलाओं द्वारा घरों में प्रयोग किये जाने वाले सामान को भी दिखाने का प्रयास किया गया। फयूजन चरण में कलाकारों ने आधुनिक और ग्रामीण हरियाणा का मिश्रण दिखाकर वाहवाही बटौरी। फैशन शो के अलावा बसंत उत्सव के समापन अवसर पर संदीप भट्ट और कलाकारों ने हरियाणवी लोवाद्ययंत्रो की प्रस्तुतियां दी। वहीं अजयनाथ व साथियों ने बीन वादन किया तो बदन सिंह और कलाकारों ने नगाड़ा वादन कर कार्यक्रम को सफल बनाया।

फैशन शो में पंकज शर्मा व नम्रता शर्मा के अतिरिक्त रिंकू छाबड़ा, आशु तनेजा, पार्थ, बिजेंद्र, प्रवीण शर्मा, खुश भुक्कल, सिद्धार्थ, रितिका, लावण्या, साहिबा, दिव्या, रजनी, शिवानी व रमा ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यअतिथि ने दर्शकों को सम्बोंधित करते हुए कहा कि युवाओं को स्वदेशी एवं हरियाणवी लोक परिधानों के प्रति आकर्षित कर अपनी संस्कृति से जोड़ने का यह अनूठा प्रयास है। आज के दौर में हरियाणवी परिवेश के दर्शन असम्भव प्रतीत होते हैं, ऐसे में हरियाणवी फैशन शो के माध्यम से कलाकारों द्वारा हरियाणा के दर्शन करवाना सराहनीय कार्य है। अंत में मुख्यअतिथि ने सभी कलाकारों को सम्मानित किया। हरियाणा कला परिषद की ओर से नागेद्र शर्मा ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर आभार जताया।

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