दस सालों में बार-बार झूठ पर झूठ बोलकर मोदीजी भारत के प्रधानमंत्री पद व लोकतंत्र की गरिमा को कलंकित किया है : विद्रोही

19 फरवरी 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल की धरती पर खड़े होकर मोदीजी ने झूठ बोलने में शर्म महसूस नही कि उन्होंने 15 सितम्बर 2013 में रेवाडी में भूतपूर्व सैनिकों की रैली में दस वर्ष पूर्व किये गए सभी वादे पूरे कर दिये। कटु सत्य यह है कि वन रैंक वन पैंशन के नाम पर पांच रैंक पांच पैंशन मोदी सरकार ने पूर्व सैनिकों को देकर उनके साथ धोखाधडी की है। वहीं अग्निवीर योजना लाकर सेना की दक्षता को तो खत्म किया है, साथ में भविष्य में पूर्व सैनिकों को पैंशन देने का रास्ता भी बंद कर दिया। सेना बजट में जो पैसा भूतपूर्व सैनिकों पास जाना था, वह अग्निवीर योजना के बाद वही पैसा अडानी-अम्बानी जैसे पंूजीपतियों की जेब में चला जायेगा।

विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में मैट्रो, रेल विस्तार के भी मोदी जी के सभी दावे सफेद झूठ है। गुरूग्राम में मानेसर तक मैट्रो लाने की योजना कांग्रेस राज में बनी थी जिस पर दस साल तक मोदी सरकार ने एक पैसा भी नही लगाया। रोहतक-हांसी-भिवानी रेल परियोजना का श्रेय दीपेन्द्र हुड्डा को जाता है। मोदीजी ने औद्योगिक विकास के संदर्भ में जो भीे दावे किये, वे सभी कांग्रेस राज से जारी है। भाजपा राज आने के बाद हरियाणा में उद्योगों को विकास तो नही हुआ अपितु पलायन जरूर हो गया। औद्योगिक निवेश आया नही, नये उद्योग नही लगनेे से बेरोजगारी बढी है, जीडीपी घटी है, हरियाणा में आमजन की आर्थिक हालत कमजोर हुई है। फिर मोदीजी किस विकास का दमगज्जा अहीरवाल में ठोक रहे थे, यह समझ से परे है। मोदी-भाजपा राज आने के बाद अहीरवाल क्षेत्र से विकास में हो रहा सौतेला भेदभावपूर्ण व्यववहार अंधा व्यक्ति भी अहीरवाल की विकास परियोजनाओं का हश्र देखकर खुद देख सकता है।    

 विद्रोही ने आरोप लगाया 16 फरवरी को माजरा रेवाडी अहीरवाल में एक सार्वजनिक सभा में प्रधानमंत्री मोदीजी ने जिस तरह सार्वजनिक रूप से झूठे दावे करके अहीरवाल व हरियाणा की जनता को ठगा, उससे एक आम हरियाणवी के नाते मेरा सिर शर्म से झुक गया कि देश की जनता ने वोट की ताकत देकर कैसे व्यक्ति को देेश का प्रधानमंत्री चुना है जिसे अपने पद की गरिमा को तांक पर रखकर झूठ बोलने व झूठे दावे करने में पैसेभर की भी झिझक नही है। विद्रोही ने आरोप लगाया कि दस सालों में बार-बार झूठ पर झूठ बोलकर मोदीजी भारत के प्रधानमंत्री पद व लोकतंत्र की गरिमा को कलंकित किया है। जनता किसी को भी गुमराह होकर जाने-अनजाने वोट देकर प्रधानमंत्री पद तक तो पहुंचा देती है, पर इतिहास बडा क्रूर होता है। प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद मोदीजी के बारे में इतिहास में यही दर्ज होना तय है कि मोदीजी जैसा महाअसत्यवादी, अनैतिक प्रधानमंत्री भारत के 76 साल के प्रजातांत्रिक इतिहास कभी नही हुआ और भविष्य में ऐसा असत्यवादी पीएम बनने की संभवना भी नही है।  

error: Content is protected !!