इंटरनेट बंद होने से परीक्षार्थी असमंजस में, रास्ते बंद होने से ट्रांसपोर्टर बेहाल

फल- सब्जी और खाद्य पदार्थो के भाव सातवें आसमान पर, कालाबाजारी बढ़ी

चंडीगढ़, 17 फरवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और उत्तराखंड की प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार की मनमानी और तानाशाही से आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इंटरनेट सेवा बंद होने से एक ओर जहां परीक्षार्थी असमंजस में वहीं आनलाइन व्यापार ठप होकर रह गया है। रास्ते बंद होने से करीब 11 हजार ट्रक इधर-उधर फंसे हुए है जिनमें ऐसी खाद्य सामग्री भी है जो खराब हो सकती है, जिसे लेकर ट्रांसपोर्टर परेशान है। मरीज अस्पताल तक और परीक्षार्थी परीक्षा केेंद्र तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिस सुशासन का भाजपा सरकार दावा कर रही है वैसा जनता को नहीं चाहिए। आने वाले चुनाव में जनता सरकार से सारा हिसाब-किताब बराबर करते हुए उसे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाकर रहेगी।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि किसान संगठनों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया था पर हरियाणा की गठबंधन सरकार ने 10-11 फरवरी की रात ही प्रदेश के सात जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी। सरकार भूल गई कि इंटरनेट सेवा बंद होने से लोगों को क्या-क्या परेशानी होती है। सरकार ने इसमें कोई राहत देने के बजाए इस प्रतिबंध को लगातार बढ़ाए जा रही है। सरकार को पता है कि परीक्षाएं शुरू हो चुकी है, इंटरनेट बंद होने से परीक्षार्थी तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। नेट बंद होने से काम धंधे पर प्रभाव पड़ा है, आनलाइन व्यापार तो पूरी तरह से ठप होकर रह गया है। सरकार की ओर निकाली गई नियुक्तियों के लिए युवा आवेदन तक नही कर पा रहे हैं क्योंकि आवेदन आनलाइन ही करना होता है।

उन्होंने कहा है कि दूसरी ओर सरकार ने सभी प्रमुख मार्गो को बंद किया हुआ है। ऐसे में करीब 11 हजार ट्रक रास्ते में फंसे हुए है। अधिकतर ट्रक दिल्ली से हरियाणा, राजस्थान और पंजाब जाने वाले थे। इन ट्रकों में ऐसी खाद्य सामग्री भी है जो जल्द खराब हो सकती है। ऐसे हालात को लेकर ट्रांसपोर्टर भी परेशान है। बाजार में माल की किल्लत हो गई है और जो माल है उसे मंहगी दरों पर बेचा जा रहा है। आम आदमी की पहुंच से फल- सब्जी दूर होते जा रहे हैं। प्रदेश सरकार को जनता की परेशानी से कुछ लेना देना नहीं हैं। जिस सुशासन का भाजपा सरकार दावा कर रही है वैसा जनता को नहीं चाहिए। आने वाले चुनाव में जनता सरकार से सारा हिसाब-किताब बराबर करते हुए उसे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाकर रहेगी।

error: Content is protected !!