क्या वन रैंक वन पैंशन को मोदी-भाजपा सरकार ने वन रैंक पांच पैंशन में नही बदला? विद्रोही

प्रधानमंत्री ने एम्स शिलान्यास के अवसर पर यह नही बताया कि यह एम्स जमीन पर कब उतरेगा : विद्रोही

17 फरवरी 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में कहा कि 9 साल के लम्बे इंतजार व अहीरवाल की जनता के संघर्ष के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने माजरा एम्स का शिलान्यास करके अहीरवाल को भावनात्मक रूप से बरगालकर लोकसभा चुनाव 2024 में वोट हडपने का कुप्रयास तो किया, लेकिन एम्स शिलान्यास के अवसर पर यह नही बताया कि यह एम्स जमीन पर कब उतरेगा। विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल की जनता की जोरदार मांग के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी ने शिलान्यास अवसर पर न तो इसी शिक्षा सत्र से किसी अस्थाई भवन में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की कक्षाएं शुरू करने का आश्वासन दिया और न ही ईलाज के लिए ओपीडी खोलने की शुरूआत करने की मांग पर मुंह खोला।

सवाल उठता है कि जिस एम्स की घोषणा जुलाई 2015 में हुई और 28 फरवरी 2019 को केन्द्रीय मंत्रीमंडल की स्वीकृति के पांच साल बाद अब 16 फरवरी 2024 को शिलान्यास किया गया हो, वह एम्स कितने सालों में जमीन पर उतरेगा, यह बताना भी बेमानी है। विद्रोही ने कहा कि वित्त वर्ष बजट 2024-25 में माजरा एम्स को आवंटित बजट ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। यदि बजट आवंटन की यही गति रही तो माजरा एम्स के भवन निर्माण के काम में ही 10 से 12 साल लग जायेगे। अहीरवाल में केन्द्र व हरियाणा सरकार की परियोजनाओं का विगत दस वर्ष का इतिहास बताता है कि अहीरवाल की विकास परियोजनाओं को पूरा करने पर्याप्त बजट राशी मिलती ही नही, इस कारण यहां के विकास प्रोजेक्ट पूरे होने का नाम नही ले रहे। वोट हडपने के लिए एम्स संस्थान शिलान्यास का झुनझुना तो प्रधानमंत्री ने अहीरवाल को पकडा दिया है पर यह बनेगा कब, यह नही बताया।  

प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उन्होंने 15 सितम्बर 2013 की रेवाडी रैली में किये सभी वादे पूरे कर दिये।

सवाल उठता है कि क्या वन रैंक वन पैंशन को मोदी-भाजपा सरकार ने वन रैंक पांच पैंशन में नही बदला? क्या बिनौला गुरूग्राम रक्षा विश्वविद्यालय में विगत 10 सालों में एक भी ईंट लगाई? विद्रोही ने पूछा कि क्या मोदी जी ने 2014 लोकसभा चुनावों में किये वादे अनुसार हर वर्ष युवाओं को 2 करोड़ रोजगार दिये? क्या हर बैंक खातों में कालेधन का 15-15 लाख रूपये आया? क्या मोदीजी ने 2014 के चुनावी वादे अनुसार फसल एमएसपी पर कानून बनाया? विद्रोही ने कहा कि मोदी जी वोट हडपने के लिए जुमले उछालते है, झूठ बोलकर जनता को ठगते है, फिर अपने किये वादे को पूरा करने की बजाय भाग जाते है।

मोदी गांरटी का मतलब ही वोट हडपने की धोखाधडी है। अहीरवाल की जनता को भाजपा से पूछना चाहिए कि माजरा एम्स शिलान्यास के समय एमबीबीएस कक्षाएं व ईलाज की ओपीडी शुरू करने की घोषणा प्रधानमंत्री ने क्यों नही की?