पहरावर जमीन का मूआयना करने पहुंचे जयहिन्द

पहरावर की जमीन लेने का श्रेय 36 बिरादरी के फरसाधारियों को है- जयहिंद

पहरावर की जमीन मान–सम्मान का प्रतीक हैं- जयहिंद

रौनक शर्मा

चंडीगढ़ – शनिवार 10 फरवरी को नवीन जयहिन्द व अन्य साथी पहरावर धाम का मूआयना करने पहुंचे और प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि जैसे अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बना है वैसे ही पहरावर में 36 बिरादरी के भाईचारे के सहयोग से भगवान परशुराम का मंदिर बनेगा। अब तक इस जमीन पर कही 2 रुपए भी नही लगाए गए, जिस वजह से यहां बड़े-बड़े झाड़ उग चुके है।

जयहिन्द ने मुख्यमंत्री, सरकार व प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि या तो मुख्यमंत्री व सरकार इस जमीन पर डेवलपमेंट शुरू करवाए या गौड़ ब्राह्मण संस्था के चुनाव करवाए ताकि संस्था के लोग इस जमीन पर डेवलपमेंट करवा सके।

जयहिन्द ने समाज के लोगो से भी अपील करते हुए कहा कि अगर सरकार भी कुछ नही करती है तो सब अपनी कर सेवा के लिए जैसे अपने खुद के ट्रेक्टर, ट्रेली, बुलडोज़र आदि लेकर आए ताकि हम खुद अपनी इस जमीन को साफ कर सके।

जयहिन्द ने बताया कि हमे भगवान परशुराम का मंदिर बनवाने के लिए सरकार से 2 रुपए की भी जरूरत नही है वह तो समाज के लोग मिलकर अपने आप ही बना लेंगे लेकिन जो यहां हॉस्पिटल, स्कूल व स्टेडियम बनेगा जिससे सभी 36 बिरादरी के बच्चे पढ़ेंगे, खेलेंगे व लोगो का इलाज होगा, उसके लिए सरकार जल्द से जल्द ग्रांट जारी करे ताकि यहां डेवलपमेंट शुरू हो सके।

2 साल पहले 36 बिरादरी के फरसाधारियों ने पहरावार की 16 एकड़ जमीन से सरकार का कब्जा छुड़वाकर क्रांति की शुरुआत की थी। इसलिए इसका श्रेय सिर्फ उन 36 बिरादरी के लाखो फरसाधारियों को है, न की उनका जो समाज के ठेकेदार बने फिरते है । इन ठेकेदारों को ब्राह्मण व गौड़ ब्राह्मण संस्था के नाम पर राजनीति करनी बंद कर देनी चाहिए।

पहरावर की जमीन समाज के लिए मान व सम्मान का प्रतीक है। हमारा ब्राह्मण समाज कोई बिकाऊ नहीं है की कोई पैसे के दम पर उन्हें खरीद ले। समाज के लिए जो लड़ेगा व समाज की आवाज उठाएगा समाज उसी के साथ खड़ा होगा।

समाज को बेचने की कोशिश करने वाले व समाज के नाम पर घटिया राजनीति करने वाले लोग है उनके लिए चेतावनी है की वे सावधान रहें, वरना यह समाज उन्हें करारा जवाब देगा।

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