केयू में कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने दिलाई राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर जागरूक मतदाता शपथ। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 25 जनवरी : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना जरूरी है तथा यही राष्ट्रीय मतदाता दिवस का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने यह विचार गुरुवार को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर सभी को जागरूक मतदाता शपथ लेते हुए व्यक्त किए। कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि भारत में 25 जनवरी, 1950 को भारत के चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी इसलिए देशभर में 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन नागरिकों को यह बताता है कि देश हित में हर व्यक्ति के लिए वोट करना जरूरी है तथा मतदान की प्रक्रिया में हर किसी की भागीदारी अनिवार्य है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर में भारतीय चुनाव आयोग द्वारा निर्देशित मतदाता जागरूकता की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, लोक सम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर, कुलपति के ओएसडी डॉ. पवन रोहिला, सहायक कुलसचिव विनोद कुमार, नरेन्द्र निम्मा, बलजीत, रमेश चंद, अंशुल शर्मा, धर्मेन्द्र, गोपाल, कश्मीर सिंह, रूपराम, मक्खन सिंह, अशोक, कपिल, लीलाधर, फूल सिंह सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर केयू के अंग्रेजी, जूलॉजी, विधि सहित विभिन्न विभागों, संस्थानों व कार्यालयों में जागरूक मतदाता की शपथ दिलाई गई। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अंग्रेजी, जूलॉजी, विधि सहित सभी विभागों, विधि संस्थान, व एकेडमिक एवं सामान्य शाखा के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने जागरूक मतदाता शपथ ली। इस मौके पर अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश साहनी, विधि संस्थान की निदेशिका प्रो. सुशीला चौहान, प्राणी शास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. दीपक राय बब्बर, विधि संस्थान के उप-निदेशक डॉ. रमेश सिरोही, सहायक कुलसचिव डॉ. जितेन्द्र जांगड़ा ने सभी को जागरूक मतदाता की शपथ दिलाते हुए देश हित में मतदान करने का संकल्प लिया। Post navigation हरियाणा कला परिषद की सांस्कृतिक गतिविधियों में नए ढंग से होगा कार्य : नागेंद्र शर्मा ब्रह्मलीन त्यागमूर्ति स्वामी गणेशानंद गिरि एवं स्वामी कृष्णानंद की पुण्यतिथि गायत्री महायज्ञ के साथ मनाई