भाजपा-संघ के कुनबे में लोकसभा व विधानसभा चुनाव लडने के लिए चेहरे क्यों नही मिल रहे? विद्रोही
भाजपा गिरगिटी, सिंद्धातहीन, अवसरवादी लोगों के सहारे ही चुनावी वैतरणी पार करने के जुगाड़ में है तो सहज अनुमान लगा ले कि हरियाणा में भाजपा की कितनी राजनीतिक हैसियत बची है : विद्रोही
20 जनवरी 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाण प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि हरिायाणा में कांग्रेस को मिल रहे भारी जनसमर्थन से बौखलााई भाजपा चुनावी वैतरणी पार करने सत्ता दुरूपयोग से एक ओर ईडी व सरकारी अधिकारियों का प्रयोग करने की अनैतिकता कर रही है, वहीं एक-दो छुटभैये कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा में शामिल करके सत्ता बल पर उन्हे बडा कांग्रेसी बताकर जनता को ठग भी रही है। विद्रोही ने सवाल किया कि अपने को महाबली पार्टी व विश्व की सबसे बडी पार्टी होने का राग अलापने वाली भाजपा यदि इतनी ही मजबूत व विशाल पार्टी है तो उसे अपने भाजपा-संघ के कुनबे में लोकसभा व विधानसभा चुनाव लडने के लिए चेहरे क्यों नही मिल रहे? भाजपा अन्य दलों से दल-बदल करवाके चुनावे लडने योग्य चेहरे क्यों तलाशती है? जब भाजपा-संघ के कुनबे में कांग्रेस के मुकाबले चुनाव लडने के लिए चेहरे ही नही है और उसे चुनावी चेहरे विपक्ष सेे आयात करने पड़ रहे है तब भाजपा कितनी मजबूत व विशाल पार्टी है, बताना भी बेमानी है। मीडिया को भी भाजपा के झूठे दावों को परोसने से पहले उनकी जांच-पड़ताल करनी चाहिए और भाजपा की प्रायोजित खबरे परोसकर खुद मीडिया अपनी विश्वसनियता, साख जनता में गवां रहा है जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए अच्छा संकेत नही है।
विद्रोही ने कहा कि आज भाजपा आप पार्टी के एक ऐसे ही नेता को अपनी पार्टी में शामिल करके प्रायोजित प्रचार कर रही है कि वह मजबूत हो रही है। पर कटु सत्य यह है कि भाजपा में शामिल होने वालेेे आप पार्टी के इस नेता की विश्वसनियता व साख जनता की नजरों में जीरो हो चुकी है। विगत पांच सालों में इस नेता ने इतने गिरगिटी रंग बदलकर पल्टिया मारी है कि अब हरियाणा में दल-बदलुओ के लिए एक नया नारा बन गया है कि आया अशोक-गया अशोक। जब भाजपा ऐसे गिरगिटी, सिंद्धातहीन, अवसरवादी लोगों के सहारे ही चुनावी वैतरणी पार करने के जुगाड़ में है तो सहज अनुमान लगा ले कि हरियाणा में भाजपा की कितनी राजनीतिक हैसियत बची है।
विद्रोही ने कहा कि दूसरी ओर विगत 8-9 माह में कांग्रेस में विभिन्न दलों के 37 से ज्यादा पूर्व विधायक, हजारों सरपंच, पंच, नगर निकायों के निर्वाचित चेयरमैन, वाईस चेयरमैन, पार्षद, पूर्व पाार्षद, पूर्व सरपंच, पंच व वरिष्ठ नेता-कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो चुके है और हर रोज राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले प्रतिष्ठित लोग काग्रेस में शामिल हो रहे है। जिस तरह कांग्रेस में शामिल होने की नेताओं, कार्यकर्ताओं, पूर्व अधिकारियों, प्रमुख लोगों का तांता लगा हुआ है, वह हरियाणा की बदली राजनीतिक फिजां को बता रहा है। विद्रोही ने कहा कि अब हरियाणा की दीवारों पर साफ लिखा है कि भाजपा सत्ता से बाहर जा रही है और कांग्रेस भारी बहुमत सेे जनआशीर्वाद से सत्ता में आ रही है।