राहुल गांधी की भारत जोडा न्याय यात्रा को राहुल गांधी की शादी से जोडने वाले भाजपा संघी नेता पहले अपने नेता मोदी जी के चाल-चरित्र पर तो आंकलन कर ले : विद्रोही

सत्ता मद में बौखलाएं भाजपा नेता अनाप-शनाप बयानबाजी करके ऐसे दावे कर रहे है जो बताता है कि उनका सत्ता अंहकार में मानसिक संतुलन बिगड़ गया है : विद्रोही

15 जनवरी 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाण प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने दावा किया कि जिस तरह भाजपा में टिकटों को लेकर हरियाणा में सिर फटवेल शुरू हो चुकी है, उससे तय है कि लोकसभा व विधानसभा चुनावों के बीच में भाजपा में बिखराव होगा। विद्रोही ने कहा कि अपने को अनुशासित पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा के नेता अब मीडिया बयान बहादुर बनकर लोकसभा व विधानसभा टिकट पाने का दावा कर रहे है जो भाजपा के लिए नई बात है। विगत 10 सालों में सत्ता बल पर भाजपा नेताओं ने जिस कदर लूट मचाई है, उसके चलते भाजपा का हर छोटा-बडा नेता किसी भी तरह सांसद व विधायक बनकर सत्ता लूट में भागीदार बनने को लालायित है। वहीं सत्ता मद में बौखलाएं भाजपा नेता अनाप-शनाप बयानबाजी करके ऐसे दावे कर रहे है जो बताता है कि उनका सत्ता अंहकार में मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। 

विद्रोही ने कहा कि कोई नेता कह रहा है कि कांग्रेस 50 साल तक सत्ता में नही आने वाली। कोई कह रहा है कि राहुल गांधी भारत जोडो न्याय यात्रा अपनी शादी करवाने के लिए कर रहे है। ऐसे बयान देकर भाजपा नेता खुद ही प्रदर्शित कर रहे है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। 50 साल तक सत्ता पर काबिज रहने का दमगज्जा वही मार सकता है जो मतदाताओं कों अपनी जागीर समझते है। लोकतंत्र में सत्ता में कौन रहेगा और कौन नही, यह कोई दल व नेता नही अपितु हर पांच साल बाद जनता तय करती है। 50 साल तक सत्ता में रहने का दावा करके सत्ता अहंकारी भाजपा नेता यह संदेश दे रहे है कि आने वाला समय भारत में लोकतंत्र के स्थान पर तानाशाही शासन का संघी फासीजम होगा जो हर मतदाता के लिए खतरे की घंटी है। 

विद्रोही ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोडा न्याय यात्रा को राहुल गांधी की शादी से जोडने वाले भाजपा संघी नेता पहले अपने नेता मोदी जी के चाल-चरित्र पर तो आंकलन कर ले। जिस दल के नेता ने बिना तलाक दिये अपनी पत्नी को छोडा हुआ है, वे राहुल गांधी की शादी को लेकर तंज कसे, यह बेशर्मीे की हद है। क्या आज भाजपा सत्ता बल पर साम्प्रदायिक उन्माद, नफरत, बटवारे की राजनीति करके भारत को बाट नही रही है? विभिन्न वर्गो, जातियों, समुदायों में नफरत के बीज बोकर वोट बैंक की राजनीति के लिए उन्हे बाट व तोड़ नही रही है? ऐसी स्थिति में क्या भारत को जोडने की जरूरत नही? विद्रोही ने पूछा कि क्या मोदी सरकार सत्ता दुरूपयोग से सरकारी संसाधनों व देश की सम्पत्ति को चंद पूंजीपतियों की तिजौरियां में नही भेजा जा रहा? ऐसे हालातों में क्या 140 करोड़ लोगों को सरकारी संसाधनों में समान हिस्सेदारी व न्याय दिलाने के लिए जनआंदोलन की जरूरत नही? दुर्भाग्य से सत्ता अहंकारी भाजपाई-संघी सत्ता मद में इतने चूर हो गए कि वे मोदी को भगवान राम से भी बडा दर्शाने की बेशर्मी, अनैतिकता से भी बाज नही आ रहे। 

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