भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। नांगल चौधरी खंड के अंतर्गत आने वाले गांव दोखेरा में एक माइंस द्वारा पुनः खनन कार्य शुरू किए जाने के विरोध में ग्रामीण सोमवार से अनिश्चितकालीन कालीन धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों का कहना था कि इस माइंस का खनन समय 2021 में ही समाप्त हो गया था। जबकि अब प्रशासन ग्रामीणों पर दबाव बनाकर दोबारा गलत तरीके से इस माइंस पर खनन कार्य शुरू करवा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण परेशान हो गए हैं। हैवी ब्लास्टिंग को लेकर मकान में दरार आने की शिकायत अतीत में अनेक गांवों के लोगों ने सरकार और प्रशासन से की है।

धरने पर बैठे हुए ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव दोखेरा में जे एंड डी माइन्स कंपनी है। इस कंपनी द्वारा गांव की पहाड़ी में खनन का कार्य किया गया था। जिसके तहत कंपनी ने करीब 500 मीटर गहराई तक खनन किया। इससे पर्यावरण संतुलन भी बिगड़ गया है।

उन्होंने कहा कि खनन के चलते यहां पर हैवी ब्लास्टिंग होती है। इससे यहां पर गांव के मकान की दीवारों में दरारें पड़ गई है। खनन की वजह से होने वाले प्रदूषण की वजह से यहां के ग्रामीण तरह-तरह की बीमारियों की चपेट में आ गए हैं। कई ग्रामीण लाइलाज बीमारियों की गिरफ्त में आ गए हैं।

उन्होंने कहा कि इस कंपनी का ठेका 2021 में ही समाप्त हो गया था। इसके बाद से यहां पर खनन का कार्य बंद था। यहां पर दोबारा खनन का कार्य करवाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से आपत्तियां मांगी गई थी। जिस पर ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से ऐतराज जताते हुए यहां पर खनन कार्य नहीं किए जाने की बात कही थी। लेकिन इसके बावजूद प्रशासन यहां पर खनन कार्य फिर से शुरू करवा रहा है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण विरोध करते हैं तो प्रशासन द्वारा ग्रामीणों पर झूठे मुकदमे बना दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि अब फिर से यहां खनन शुरू हो जाने की वजह से यहां के ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। अब चाहे प्रशासन पर मुकदमे बनाए लेकिन वह यहां पर खनन बिल्कुल नहीं होने देंगे। इस मौके पर अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।

यहां यह उल्लेखनीय है खनन और हैवी ब्लास्टिंग को लेकर नांगल चौधरी क्षेत्र के अनेक गांवों में ग्रामीणों ने मकान में दरारें आने की पिछले काफी समय से लगातार शिकायतें प्रशासन में सरकार से की है। इसके साथ क्षेत्र में क्रेशर जोन के चलते उड़ती धूल की वजह से लोगों में काफी बीमारियां पनपनी शुरू हो गई है। ग्रामीणों की लगातार विरोध के बाद भी सरकार और प्रशासन यहां खनन को महत्व दे रहा है।

error: Content is protected !!