चंडीगढ़
aap party haryana, haryana bjp, haryana congress, haryana sarkar, INLD, jjp, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा, अन्तरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी बजरंग पूनिया, ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल
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पदक विजेता बेटियों को खून के आंसू रुला रही है सरकार: कुमारी सैलजा
भाजपा की नीतियों ने हमारे बेटे-बेटियों के साथ जो अन्याय किया है, उसका फैसला जनता जरूर करेगी
सम्मान की खातिर अगर बेटियों का साथ न दिया तो बेटियां अपनों पर भरोसा करना ही छोड़ देंगी
चंडीगढ़, 23 दिसंबर। ओलंपिक पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास लेने को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हरियाणा कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सम्मान की खातिर जंग लड़ रही बेटियों का अगर साथ न दिया तो इस देश की बेटियां अपनो पर भरोसा करना छोड़ देंगी। पदक विजेता बेटे- बेटियों को केंद्र सरकार खून के आंसू रुला रही है। भाजपा सरकार की नीतियों ने हमारे बेटे-बेटियों के साथ जो अन्याय किया है, उसका फैसला आने वाले चुनाव में देश की जनता जरूर करेगी।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि देश के जिन बेटे-बेटियों ने भारत का परचम पूरी दुनिया में लहराया, आज उन्हीं बेटे – बेटियों को सरकार खून के आंसू रुला रही है। हरियाणा के एक ओर बेटे-बेटी ने इस सरकार की गलत नीतियों के चलते एक ने कुश्ती से संन्यास ले लिया तो दूसरे ने पद्मश्री ही लौटा दी। विश्व कुश्ती में भारत को स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदकों से सुशोभित करने वाले बजरंग पूनिया ने भारत सरकार को पद्मश्री वापस कर दिया तो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने तो कुश्ती को ही अलविदा कह दिया है। भाजपा की नीतियों ने हमारे बेटे बेटियों के साथ जो अन्याय किया है, इसका फैसला जनता जरूर करेगी।
प्रियंका गांधी ने तो पहले ही कहा था कि पहलवानों के साथ गलत हुआ और गलत हो रहा है। प्रियंका गांधी ने साक्षी मलिक को न्याय की लड़ाई में साथ देने का भरोसा जताया है। कुमारी सैलजा ने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है वह देश की महिलाओं के सम्मान और खेल जगत के लिए अच्छा संकेत नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि तमाम विषम परिस्थितियों के बावजूद साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने जो साहस दिखाया है, उस साहस को देश के हर नागरिक को अपने कंधों पर उठाकर बेटियों के सम्मान की जंग में कूदना होगा अगर ऐसा न किया तो इस देश की बेटियां अपनों पर भरोसा करना ही छेड़ देंगी। उन्होंने कहा कि जब कोई बेटी पदक लेकर आती है तो उसका पूरा परिवार, गांव, समाज और देश उसे कंधों पर बैठाकर झूमता है उसकी शान में आसमान उठा लेता है पर आज जब बेटी सम्मान की जंग लड़ रही है तो उसका साथ भी देना ही होगा। उन्होंने कहा कि सरकार संसद में विपक्ष को बोलने नहीं दे रही है तो ऐसे में अन्याय के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आवाज उठानी होगी, ये जंग छोटी जंग नहीं है सबको साथ मिलकर लडनी होगी। उन्होंने कहा कि बेटियों को सरकार से न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है अब तो देश की जनता ही न्याय करेगी।