– सभी स्ट्रीट लाईटों को दुरूस्त करने के लिए संयुक्त रूप से चलाया जाएगा विशेष अभियान
– सडक़ों, फुटपाथों की मरम्मत, ग्रीन बैल्ट सौंदर्यकरण, मैनहॉल, साइकिल टै्रक के दुरूस्तीकरण के लिए कार्ययोजना तैयार करके किया जाएगा कार्य
– तालाबों को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में किया जाएगा विकसित, क्रीक्स व नालों का होगा पुर्नविकास
– दिल्ली के शांतिपथ की तर्ज पर कुछ सडक़ों को किया जाएगा विकसित, प्रथम चरण में कोर्ट रोड़ का किया गया चयन, लगाए जाएंगे रंग-बिरंगे फूलदार पौधे
– कचरा, मलबा व हॉर्टिकल्चर वेस्ट के लिए चलाया जा रहा अभियान लगातार रहेगा जारी
– सही तरीके से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नहीं करने वाले वैंडरों को हटाया जाएगा

गुरूग्राम, 14 दिसंबर। गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निगमायुक्त पीसी मीणा ने वीरवार को निगम कार्यालय में दोनों विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की तथा विभिन्न कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

स्ट्रीट लाईट की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि विशेष स्वच्छता अभियान की तर्ज पर अगले 15 दिन सभी स्ट्रीट लाईटों को दुरूस्त करने के लिए संयुक्त रूप से एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान में एमसीजी, जीएमडीए, एचएसवीपी तथा एचएसआइआइडीसी के क्षेत्र शामिल होंगे। इसके तहत सभी कनिष्ठ अभियंता अपने-अपने क्षेत्र का निरीक्षण करके 7 दिन के भीतर खराब पड़ी स्ट्रीट लाईटों की जानकारी संबंधित कार्यकारी अभियंताओं को भेजेंगे। इसके बाद अगले 7 दिन के भीतर इन सभी खराब स्ट्रीट लाईटों को दुरूस्त करने का कार्य किया जाएगा। श्री मीणा ने कहा कि 15 दिन के इस अभियान के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी स्ट्रीट लाईट खराब ना रहे। बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि भविष्य में पार्कों में हाईमास्ट लाईटें ना लगाई जाएं तथा जो पहले लगाई जा चुकी हैं, उन्हें बदलने का कार्य किया जाए। इसके साथ ही संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी पेड़ पर सीधे लाईट ना पड़े, ताकि वहां पक्षियों के लिए समुचित वातावरण मिल सके। ।

बैठक में उन्होंने कहा कि जीएमडीए व एमसीजी के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सडक़ों व फुटपाथों की मरम्मत, ग्रीन बैल्टों की सफाई एवं सौंदर्यकरण, मैनहॉल दुरूस्तीकरण तथा साइकिल ट्रैक को ठीक करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करके कार्य शुरू करें, ताकि शहर स्वच्छ, सुंदर एवं बेहतर बने। उन्होंने कहा कि तालाबों को टूरिस्ट स्पॉट की तरह विकसित करें। इसके साथ ही बेहतर पार्क व ग्रीन बैल्ट बनाएं। उन्होंने गैर-मुमकिन नालों तथा क्रीक्स का पुर्नविकास करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। साथ ही इन स्थानों पर होने वाले अतिक्रमण को हटाने को कहा। हॉर्टिकल्चर वेस्ट के निष्पादन के लिए 2 बड़े प्लांट लगाने की योजना तैयार करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए गए। निगमायुक्त ने कहा कि कुछ सडक़ों को नई दिल्ली के शांतिपथ की तर्ज पर विकसित किया जाए, जहां पर रंग-बिरंगे फूलदार पौधों के बैड बने हों। इस पर अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण में कोर्ट रोड़ को चुना गया है। निगमायुक्त ने कहा कि अन्य सडक़ों का सौंदर्यकरण भी शांतिपथ की तर्ज पर करवाएं। उन्होंने कहा कि अगले 10 दिन में सडक़ों को चिन्हित किया जाए।

बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि कचरे, मलबे व हॉर्टिकल्चर वेस्ट के उठान के लिए 1 दिसंबर से चलाया जा रहा विशेष स्वच्छता अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा। अभियान के तहत संबंधित कनिष्ठ अभियंता अपने-अपने क्षेत्र में कचरे, मलबे व हॉर्टिकल्चर से संबंधित शिकायत भेजते रहें। अगर कोई अधिकारी शिकायतों का समाधान नहीं करता है, तो कनिष्ठ अभियंता उस जोन के संयुक्त आयुक्त को बताएं तथा अगर फिर भी समाधान नहीं किया जाता है, तो सीधे उनके पास सूचना भेजें। उन्होंने संयुक्त आयुक्तों से कहा कि वे अपने-अपने जोन में कोई भी कचरा संवेदनशील स्थान ना बनने दें। ऐसे स्थानों पर ट्रॉली खडा करवाएं तथा एक कर्मचारी की ड्यूटी वहां पर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन वैंडरों की समीक्षा की जाए तथा ऐसे वैंडरों को हटाया जाए, जो अपना कार्य सही ढ़ंग से नहीं कर रहे हैं।

बैठक में सीएम घोषणाओं, सीएम विंडो, पीएम स्वनिधि, नगर दर्शन, प्रॉपर्टी टैक्स डाटा सुधार, मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना सहित अन्य बिन्दुओं की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। विज्ञापन मामले की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि वे सैल्फ एडवरटाईजमेंट स्वीकृति के लिए विभिन्न मॉल्स में एक विशेष अभियान के तहत कैंप लगाएं। इसके साथ ही अनाधिकृत रूप से लगे यूनिपोल्स व अन्य विज्ञापनों को हटाया जाए।

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