शीघ्र ही जिला हिसार में बीसी वैलफेयर सोसाइटी या कोई अन्य नाम से संस्था होगी गठित- सुरेन्द्र वर्मा हिसार, 9 दिसम्बर :– पिछड़े वर्गों के प्रबुद्ध लोगों ने हिसार स्कोलर कालोनी में बैठक कर विधायिका एवं न्यायपालिका में आबादी के अनुपात में अधिकारों एवं आरक्षण की मांग उठाई है। बैठक का एजेण्डा डीआईपीआरओ रिटायर्ड सुरेन्द्र कुमार वर्मा कोथ ने रखा। बैठक की अध्यक्षता डीएनटी हरियाणा के पूर्व चेयरमैन शिक्षाविद अजमेर नायक ने की। इस बैठक में मुख्य इंजिनियर व सोनी समाज के प्रतिष्ठित वेदप्रकाश एवं समाज सेवी रोहताश व जयबीर सोनी ने विशेष तौर से भाग लिया। समाज सेवी सुरेन्द्र वर्मा ने बताया कि हरियाणा में पिछड़ा वर्ग ए एवं बी श्रेणियों की कुल आबादी लगभग 48 फीसदी है लेकिन अभी तक सरकारों एवं राजनैतिक दलों द्वारा बीसी एवं अति पिछड़े वर्गों के हितों, अधिकारों एवं आरक्षण की अनदेखी की जाती रही है। बैठक के माध्यम से हरियाणा में क्रीमीलेयर की अधिसूचना 2016 के अनुसार लागू करने और आय सीमा 6 लाख से बढ़ाकर कम से कम केन्द्र की तर्ज पर 8 लाख कर इसमें कर्मचारी का वेतन एवं कृषि आमदनी को शामिल न करने, क्लास वन व टू में 27 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करने, एडिड संस्थाओं व प्राइवेट सैक्टर में भी आरक्षण देने, हरियाणा कौशल रोजगार निगम में बीसी आरक्षण का प्रावधान करने, पारित 33 प्रतिशत महिला आरक्षण बिल में बीसी महिलाओं का कोटा निर्धारित करने, बीसी के छात्रों-छात्राओं को छात्रवृतियां व शिक्षा ऋण की सभी सुविधाएं एससी की भान्ति देने, बीसी के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भी योग्यता अंकों व फीस में छूट एससी की भान्ति देने, पंचायती राज संस्थाओं-शहरी स्थानीय निकायों से लेकर लोकसभा ऊपर तक कम से कम 27 प्रतिशत बीसी को आरक्षण देने, बिहार की तर्ज पर हरियाणा में जातिगत जनगणना कराने व अन्य मांगें पूरी करने के लिए पिछडा़ वर्ग समाज ने सरकार व राजनैतिक दलों से आवाज उठाई है। पिछड़े वर्गों की मांगों की उचित एवं जोरदार ढंग से पैरवी करने के लिए इस बैठक में हिसार जिला स्तरीय बीसी संस्था का गठन करने बारे विशेष रूप से चर्चा की गई। सुरेन्द्र वर्मा ने बताया कि आगामी 31 दिसम्बर को हिसार में पिछड़े वर्गो ए व बी श्रेणियों के सक्रिय व जागरूक लोगों की बैठक बुलाने का फैसला भी लिया गया। इसके बाद शीघ्र ही समस्त बीसी के लोगों की आमसभा कर जिला बीसी संस्था की कार्यकारिणी गठित करने के फैसले बारे विचार-विमर्श किया गया। इस मौके पर राधेश्याम सहदेव,राजेन्द्र,बजरंग,रोशनसिंह, दिनेश,अतुल,नरेन्द्र,राजबीर नायक,दीपू मुकलान,रजनीश,सुरेश,अनिल व अन्य प्रबुद्ध नागरिक भी मौजूद रहे। Post navigation साहित्य से रोजी रोटी नहीं चल सकती , मेरी किताब के विदेशी अनुवाद से पैसे मिले : बेबी हालदार पंडित जवाहर लाल नेहरू जी को समझने के लिए गृहमंत्री अमित शाह को लेना होगा पुनः जन्म : हनुमान वर्मा