सनातन संत शौर्य सम्मेलन में पूरे देश से एकत्रित हुए संत महापुरुष वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र (संजीव कुमारी) 6 दिसम्बर : भगवान श्री कृष्ण के श्री मुख से उत्पन्न गीता की जन्मस्थली धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में शाश्वतानंद धाम श्री अखंड गीता पीठ में धुंध एवं सर्दी के बावजूद सनातन की आवाज को बुलंद करने के लिए विशाल सनातन संत शौर्य सम्मेलन में पूरे देश से संत महापुरुष पहुंचे। सभी संत महापुरुषों एवं मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय महामंत्री डा. सुरेंद्र जैन का संयोजक महंत राजेंद्र पुरी ने विधिवत स्वागत व अभिनंदन किया। उसके बाद उन्होंने मंच पर विराजमान सभी महापुरुषों, धर्म गुरुओं, महामंडलेश्वर एवं संत समाज का आशीर्वाद लिया। मुख्य वक्ता डा. सुरेंद्र जैन ने कहा कि जो आवाज कुरुक्षेत्र में गूंजती है वह पूरी दुनिया में गूंजती है। इसी धरती से भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकली गीता की आवाज अमर हो गई। यही गीता की आवाज आज पूरी दुनिया का मार्गदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सनातन एवं भगवान श्री राम की आवाज गूंजनी चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी डा. शाश्वतानंद ने कहा कि जहां भगवान श्री राम स्वयं हैं वहां अंधकार हो ही नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र की धरती पर आयोजित यह कार्यक्रम पूरे विश्व के हिन्दू समाज का है। यहां से संतों की आवाज पूरे विश्व में जानी चाहिए। कार्यक्रम संयोजक एवं जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने घर, परिवार एवं समाज में सभी को एकत्रित होकर भगवान श्री राम का नाम गुणगान करने के लिए कहा। समाज में भगवान श्री राम की महिमा एवं आदर्शों का संदेश जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों की भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण को लेकर लम्बे समय से कामना थी जो अब पूर्ण हो रही है। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि यह हमारी जिम्मेवारी है कि हम अपने बच्चों को सनातन संस्कृति सिखाएं। उन्होंने ऐलान किया जग ज्योति दरबार जल्दी ही राम भक्तों को अयोध्या दर्शन करवाकर लायेगा । षडदर्शन साधुसमाज के संरक्षक संत शिरोमणि महंत बंसी पुरी जी महाराज ने कहा कि 22 जनवरी को जो सौभाग्य प्राप्त हो रहा है उसके लिए अनेकों संतों ने बलिदान दिया है। अनेकों संतों ने राम जन्म भूमि को मुक्त करवाने के लिए आंदोलन किया है। सभी संतों ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा कि 22 जनवरी को हर मंदिर और घर में दीपक जला कर दीपावली मनानी है। कार्यक्रम का शुभ आरंभ अमित स्वामी और सीता कश्यप की भजन मंडली ने भगवान श्री राम जी के भजनों से किया। इस कार्यक्रम में षडदर्शन साधुसमाज के अध्यक्ष परमहंस ज्ञानेश्वर, शुकदेव आचार्य, स्वामी रोशन पूरी, स्वामी ब्रह्म पूरी जी, स्वामी हरिओम परिव्राजक, स्वामी दिव्यानंद, स्वामी मैत्रेय, स्वामी विजय गिरी, साध्वी शांति पुरी, स्वामी मंगल दास, संत रत्न दास, आचार्य नरेश कौशिक, महंत हनुमान दास, स्वामी रत्नागिरी, ओम दास, हरी दास, मोतिया आनंद, जनार्दन आचार्य, अमरपुरी, सर्वेश्वर गिरी, स्वामी नित्यानंद सहित अजय राठी, जग ज्योति दरबार के मुख्य सेवक राज कुमार, परवीन सरोहा करनाल, शुभम उदारसी, बलराम चौहान, जोगी राम, रविंद्र राणा, कराटे एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश, राजन, अनूप, रवि रोहती, कुलदीप देवीदास पुरा, प्रदीप साकरा, स्पर्श अमीन, अरुण, बलकार सिंह, अमित शाहबाद,मोहित, प्रवीण पाल, सागर, राहुल धीमान, राकेश विश्व हिंदू परिषद, टीटू गांघेरी, मनदीप धीमान, वालिया करनाल, सुलतान सिंह फतूपुर, बिल्लू गिल इत्यादि मौजूद रहे। Post navigation अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 24 राज्यों के 250 से ज्यादा शिल्पकारों की सजनी शुरू हुई शिल्पकला पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में सरकार के प्रयास हुए सार्थक- राज्यपाल