राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे शिल्प और सरस मेले का उद्घाटन, मीडिया सेंटर का भी करेंगे शुभारंभ। एनजैडसीसी की तरफ से विभिन्न प्रदेशों के कलाकार करेंगे स्वागत। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 6 दिसंबर : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 के सरस और शिल्प मेले का आगाज 7 दिसंबर को होने जा रहा है। इस शिल्प और सरस मेले का शुभारंभ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करीब 12 बजे करेंगे। इसके साथ ही राज्यपाल 7 से 24 दिसंबर तक चलने वाले मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन करेंगे। इस शिल्प और सरस मेले में 24 राज्यों से आए लगभग 250 से ज्यादा शिल्पकारों ने अपनी शिल्पकला को सजाना शुरू कर दिया है। अहम पहलू यह है कि उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला के कलाकार भी कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पहुंच चुके है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 का शिल्प और सरस मेला 7 से 24 दिसंबर तक चलेगा और इस मेले का शुभारंभ 7 दिसंबर से होने जा रहा है। इस शिल्प और सरस मेले में एनजैडसीसी तथा डीआरडीए के शिल्पकार ब्रह्मसरोवर पर पहुंचना शुरू हो गए है और अधिकतर ने अपनी शिल्प कला भी ब्रह्मसरोवर की सदरियों में सजानी शुरू कर दी है। इस मेले का शुभारंभ राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय करेंगे और इसके साथ ही मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम की तैयारियां कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से की गई है। इस मेले में पर्यटकों का मनोरंजन करने के लिए एनजैडसीसी की तरफ से लगभग 71 कलाकारों का गु्रप कुरुक्षेत्र पहुंच चुका है उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के सरस और शिल्प मेले को देखने के लिए प्रदेश देश के कोने-कोने से लाखों पर्यटक हर वर्ष कुरुक्षेत्र पहुंचते है। इस शिल्प मेले में एनजैड सीसी की तरफ से 24 राज्यों के राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय अवार्ड विजेताओं को आमंत्रित किया गया है और लगभग 250 शिल्पकार मेले में शिरकत कर रहे है। इसके अलावा डीआरडीए की तरफ से भी सरस मेले में करीब 100 शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में मुख्य कार्यक्रम 17 से 24 दिसंबर तक चलेंगे। इन कार्यक्रमों को यादगार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोडी जाएगी। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के पावन ब्रह्मसरोवर के तट पर 7 दिसंबर को शिल्प एवं सरस मेले से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव शुरु होगा। इसमें लोगों को एक बार फिर से राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों एवं शिल्पकारों का संगम देखने का अवसर मिलेगा। महोत्सव में हरियाणा के लोकनृत्य, शिल्प, लघुउद्योग, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित हरियाणा पैवेलियन लगेगा, जिससे महोत्सव में आने वाले पर्यटक एवं तीर्थयात्री हरियाणा की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। हरियाणा के विकास एवं उन्नति विषयक प्रदर्शनियां भी विभिन्न विभागों द्वारा इस अवसर पर लगाई जा रही हैं, जिससे लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं और क्षेत्र विशेष में हुए विकास की जानकारी मिलेगी। 7 राज्यों के 71 कलाकार आज से बिखेरेंगे अनोखी संस्कृति की छठा।एनजैडसीसी के अधिकारी भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 में एनजैडसीसी की तरफ से कलाकारों का पहला जत्था कुरुक्षेत्र पहुंच चुका है। इस पहले ग्रुप में जम्मू कश्मीर से 15, हिमाचल प्रदेश से 15, राजस्थान से 12, पंजाब से 8, उत्तराखंड से 15, हरियाणा से 6 कलाकार पहुंच चुके है। इसके अलावा चंडीगढ से 15 कलाकारों का गु्रप सामी भी 7 से 10 दिसंबर तक अपनी प्रस्तुति देंगे। इस महोत्सव में मध्यप्रदेश का गुडम बाजा, छत्तीसगढ का कारमा भी अपनी बेहतरीन प्रस्तुति देने के लिए आतुर है। उन्होंने कहा कि 8 से 12 दिसंबर तक मध्य प्रदेश के 15 कलाकारों का ग्रुप राई की प्रस्तुति देगा और पंजाब के 15 कलाकारों की लुड्डी भी आकर्षण का केन्द्र रहेगी। Post navigation अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में दीपोत्सव, संत सम्मेलन और तीर्थ सम्मेलन रहेगा आकर्षण का केन्द्र : पिलानी धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की धरती से गूंजी आवाज पूरी दुनिया में गूंजती है इस का प्रमाण भगवान श्री कृष्ण से निकली गीता की आवाज है : डा. सुरेंद्र जैन