यूपी, बिहार से भी बदतर हालत में पहुंची हरियाणा की कानून-व्यवस्था – दीपेंद्र हुड्डा

·        NCRB के आंकड़े खोल रहे BJP-JJP सरकार की पोलहरियाणा में अपराध और अपराधियों का बोलबाला – दीपेंद्र हुड्डा

·        बढ़ते अपराध का कारण बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और नशाखोरी – दीपेंद्र हुड्डा

·        हुड्डा सरकार के समय अपराधियों में क़ानून का था खौफआज लोग अपराध और अपराधियों से हैं खौफजदा – दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 5 दिसंबर। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने प्रदेश की ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि NCRB के सरकारी आंकड़े चीख-चीखकर गठबंधन सरकार के जंगलराज की गवाही दे रहे हैं। हरियाणा की कानून-व्यवस्था यूपी, बिहार से भी बदतर हालत में पहुंच गई है। अपराधी इस कदर बेखौफ हैं कि दिन-दहाड़े होने वाली वारदात के मामले में हरियाणा देश में दूसरे नंबर पर है। सिर्फ एक साल के भीतर महिलाओं के विरूद्ध अपराध के 16,743 मामले यानी रोज़ 46 मामले सामने आए। एक साल के भीतर बलात्कार के 1,787 केस यानी रोज़ 5 बेटियों की अस्मत लूटने के मामले दर्ज हुए। एक साल के भीतर मां-बाप के जिगर के टुकड़े 2640 बच्चे लापता हो गए, जिनमें 1124 लड़के और 1516 लड़कियां हैं। राज्य में साइबर अपराध में भी वृद्धि हुई है। दीपेन्द्र हुड्डा ने हाल ही में जारी एनसीआरबी रिपोर्ट के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में समग्र रूप से अपराध घटा है, लेकिन हरियाणा में अपराध तेजी से बढ़ा है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था लचर होने और बेरोजगारी में तेजी से बढ़ोत्तरी के कारण ही विशेष तौर पर महिलाओं और कमजोर तबकों के खिलाफ अपराध में वृद्धि हो रही है। हत्या, रेप, चोरी, फिरौती, लूट, डकैती आम हरियाणवी की दिनचर्या का हिस्सा बन गए हैं। NCRB के आंकड़े बताते हैं कि BJP-JJP ने कानून-व्यवस्था का दिवालिया पीट दिया है।

उन्होंने कहा कि बढ़ते अपराध का कारण बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और नशाखोरी है। आज हमारे नौजवान बेरोजगारी से हताशा में, हताशा से नशा और नशे से अपराध के चंगुल में फंस रहे हैं। अपराध और नशे का मूल कारण बेरोजगारी है। सांसद दीपेन्द्र ने आगे कहा कि हुड्डा सरकार के समय अपराधियों में क़ानून का खौफ था, आज लोग अपराध और अपराधियों से खौफजदा हैं। पिछले महीनों में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने खुद गैर-जिम्मेदाराना बयान देकर अपराध और अपराधियों के सामने सरेंडर कर दिया था कि ‘सरकार हर आदमी को सुरक्षा नहीं दे सकती’ और ये कहना कि लट्ठ उठा लो, जेल जाने से मत डरो, नेता बनकर निकलोगे। जब प्रदेश का मुखिया ही ऐसी बयानबाजी कर रहा हो जिससे अपराधियों का हौसला बढ़े तो फिर अपराध कैसे रुकेंगे।  

दीपेन्द्र हुड्डा ने आगे कहा कि हरियाणा में हर मां-बाप इस बात से चिंतित हैं कि उनकी बेटी जो पढ़ने-लिखने या काम पर जाती है वो शाम को सुरक्षित घर लौटेगी या नहीं। क्योंकि हरियाणा में महिला सुरक्षा के तमाम खोखले दावों के विपरीत महिलाओं के खिलाफ अपराध दर लगातार वृद्धि हो रही है। राज्य में एक साल के भीतर गायब हुई 49 प्रतिशत लड़कियां घर ही नहीं पहुंची। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उनका संकल्प है कि हरियाणा को दोबारा सुरक्षित, विकसित और खुशहाल प्रदेश बनाने के लिए हर लड़ाई लड़ेंगे।

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