विद्यापीठ में चार दशकों से चली आ रही परम्परा अनुसार मंदिरों की मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा उपरांत अतिरिक्त उपायुक्त एवं संतों ने खूंटा गाड़ किया गया गीता जयंती महोत्सव का शुभारम्भ। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 2 दिसम्बर : देश के विभिन्न राज्यों में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ परिसर में भगवान श्री कृष्ण के श्री मुख से उत्पन्न हुई पावन श्री गीता के जन्मोत्सव अवसर पर विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ गीता जयंती महोत्सव 2023 का शुभारम्भ कुरुक्षेत्र के अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी एवं अनेक संत महापुरुषों के सानिध्य में श्रद्धा, विश्वास और आस्था का खूंटा गाड़ कर किया। इस से पूर्व श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के सानिध्य एवं जयराम विद्यापीठ के संस्थापक व उनके पूज्य प्रात: स्मरणीय ब्रह्मलीन गुरु देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से पिछले करीब चार दशकों से चली आ रही परम्परा अनुसार मंदिरों की मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा पूजन किया गया। इस मौके पर थानेसर विधायक सुभाष सुधा, लाड़वा विधायक मेवा सिंह, पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, पूर्व विधायक रमेश गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी रोहताश वर्मा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक, जिला परियोजना संयोजक संतोष शर्मा, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री सहित महामंडलेश्वर शश्वतानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी संपूर्णानंद, षडदर्शन साधुसमाज के अध्यक्ष परमहंस ज्ञानेश्वर, कोषाध्यक्ष महंत महेश मुनि, संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, सचिव महंत वासुदेवानंद गिरि, महंत सुनील दास, महंत विशाल दास, स्वामी हरिओम परिवाजक्र इत्यादि अनेक संत महापुरुष मौजूद रहे। परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि गीता पूरे विश्व का सबसे बड़ा ग्रंथ है। पूरी दुनिया के लोग इस को मानते हैं। उन्होंने कहा कि गीता सभी ग्रंथों की जननी है। गीता ने इस मानव समाज को बहुत कुछ दिया है। गीता तो जीने की कला सिखाती है। मरने की कला भी महाभारत सिखाती है। ब्रह्मचारी कहा कि उनका प्रयास है कि गीता घर घर में पहुंचे। हर बच्चे के दिल में गीता उतरे। गीता जयंती मनाने का उद्देश्य भी है कि कुरुक्षेत्र में हर तरह से विकास हो। ब्रह्मचारी ने कहा कि गीता जयंती महोत्सव एक त्यौहार की भांति है और यहां के लोग भी दीपोत्सव की भांति गीता जयंती महोत्सव का आयोजन करते हैं। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के लोगों में विशेष प्रकार का उत्साह एवं उमंग रहती है। इस अवसर पर पूर्व आयुक्त एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष टी के शर्मा, श्रवण गुप्ता, राजेन्द्र सिंघल, के.के. कौशिक, सुरेन्द्र गुप्ता, कुलवंत सैनी, ईश्वर गुप्ता, सुरेन्द्र गुप्ता, टेक सिंह लोहार माजरा, राजेश सिंगला, पवन गर्ग, विशाल सिंगला, डा. हर्ष सोबती, के.सी. रंगा, यशपाल राणा, सौरभ चौधरी, निशी गुप्ता, संगीता शर्मा, मुनीष मित्तल, विकास मित्तल, विनय गुप्ता, जंग बहादुर सिंगला, संजीव गर्ग, कपिल मित्तल, लक्ष्मी कान्त शर्मा, सुरेन्द्र फौजी, विनोद जिन्दल, सुनील गर्ग, के.सी. रल्हन, एस.एन. गुप्ता, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक व सुशील कंसल इत्यादि सहित बड़ी संख्या में नगरवासी भी मौजूद रहे। Post navigation अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणा पवेलियन, प्रदर्शनी और पुस्तक मेला रहेगा आकर्षण का केन्द्र : सुधा गीता रन में दौड़ते हुए युवाओं में नजर आया अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का जोश और उमंग