देहात औऱ देहाती का दर्द समझते थे चौधरी रणबीर सिंह- चांदवीर हुड्डा फसल की एमएसपी को लेकर आवाज उठाने वाले एकमात्र नेता थे चौधरी रणबीर सिंह- चांदवीर हुड्डा चंडीगढ़, 26 नवंबर:- आज सविंधान दिवसः के उपलक्ष्य में महान स्वतंत्रता सेनानी और संविधान सभा के मेंबर स्वर्गीय चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा की जयंती पर हरियाणा कांग्रेस के मीडिया एवम प्रचार प्रभारी चांदवीर हुड्डा ने उनकी मूर्ति पर हरियाणा कांग्रेस कार्यालय सेक्टर-9 चंडीगढ़ में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान चांदवीर हुड्डा ने चौधरी रणबीर सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चौधरी रणबीर सिंह देहात और देहातियों का दर्द समझने वाले नेता थे, जिसकी बदौलत देहात के लोग आज भी उनकी प्रशंसा करते हैं। चांदवीर हुड्डा ने बताया कि चौधरी रणबीर सिंह आजादी की दीवानगी में 8 विभिन्न जेलों में गए जोकि आज 4 भारत और 4 पाकिस्तान में हैं। और फसलों की एमएसपी की आवाज उठाने वाले एकमात्र नेता चौधरी रणबीर सिंह ही थे। किसानों को फसल का उचित दाम न मिलने पर दो अगस्त 1950 को संविधान सभा में प्रखरता के साथ उन्होंने किसानों मुद्दा उठाया था। चांदवीर हुड्डा ने बताया कि किसानों के लिए नीति बनाने की बात करने वाला यह नेता सिर्फ किसी एक खास वर्ग की बात नहीं करता था। 6 नवंबर 1948 को भारतीय विधान-परिषद की बैठक में उन्होंने कहा था कि हम वर्गविहिन समाज बनाना चाहते हैं। यदि किसी को आरक्षण देना है तो उनको देना है, जोकि किसान, मजदूर, और पिछड़े हुए हैं। चांदवीर हुड्डा ने बताया कि किसानों और गरीब व पिछड़े हुए मजदूरों की बात करने वाला यह नेता लोकतंत्र के इतिहास में सर्वाधिक सात अलग- अलग सदनों के सदस्य रहे। इसमें संविधान सभा, विधायी (1947-50), अस्थाई लोकसभा (1950-52), पहली लोकसभा (1952-57), दूसरी लोकसभा (1957-62), संयुक्त पंजाब विधानसभा (1962-66), हरियाणा विधानसभा (1966-67 व 1968-72) और राज्य सभा (1972-78) सदस्य रहे हैं। वह हमेशा गरीबों, किसानों, मजदूरों, दलितों, पिछड़ों के कल्याण की ही बात करते थे। इस मौके पर रविन्द्र रावल, सतीश कादयान,सुनील कत्याल, के सी भाटिया, विजय रैना, अंकुर गुलाटी,रामेश्वर सैनी,राकेश सोंधी,महिंदर सांगवान,रघुवंश मल्होत्रा , तलविंदर सिंह,अमित दलाल और शोमबीर हुड्डा आदि कई गणमान्य ने नमन किया । Post navigation भाजपा सरकार कर्मचारियों, किसानों, मजदूरों और व्यापारियों का कर रही है जमकर शोषण : सैलजा अधिकारों के साथ मौलिक कर्तव्यों के प्रति भी रहें सचेत,संविधान दिवस पर विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता का आह्वान