किसानों के मसीहा सर छोटूराम जी की विरासत का उठाया गया सिर्फ राजनीतिक फायदा, नहीं मिला मान-सम्मान – जयहिंद

चौधरी सर छोटूराम को होना चाहिए था एक लड़का जो सम्भाल सकता उनकी विरासत को – जयहिंद

रौनक शर्मा

रोहतक – जयहिंद सेना प्रमुख नवीन जयहिंद शुक्रवार को रोहतक के सेक्टर -6 स्थित जाट भवन में चौधरी सर छोटूराम की जयंती पर गरजे | उन्होंने इस महापुरुष को याद करते हुए समाज और सरकार पर उनके किये उपकारों को भुलाने का उलहाना मंच से दिया |

जयहिंद ने कहा कि अगर सर छोटूराम को पैसा कामना होता तो उन दिनों इतने पढ़े लिखे और जाने-वकील चाहे कितने करोड़ पैसे कमा लेते, लेकिन उन्होंने किसान -कमेरे वर्ग के लिए संघर्ष करना और लड़ना चुना | वे समाज की बुराइयों के खिलाफ लड़े और किसानों के हक़ की आवाज उठाई | लेकिन आज छोटूराम जी की विरासत सम्भालने वाला कोई नहीं है | राजनीतिक फायदे के लिए उनके वंशज तो सभी बन जाते है लेकिन उनके मान -सम्मान की बारी आती है तो कोई नहीं मिलता है |

जयहिंद ने मंच से कहा कि सर छोटूराम जी का एक बेटा जरुर होना चाहिए था जो आज उनकी विरासत को सम्भाल सकता | जिसे आज कोई नहीं सम्भाल सका| सिर्फ राजनीतिक प्रयोग हो रहा है |

जयहिंद ने कहा कि आज हमारा समाज जिस तरह से महापुरुषों, क्रान्तिकारियों, आन्दोलनकारियों और शहीदों को भूलता जा रहा है वो सोचने के लायक भी है और निंदनीय भी है | क्या उनका संघर्ष – त्याग व बलिदान इतना कम है कि उन्हें हम एक दिन याद भी नहीं कर सकते है | भाग -दौड़ भारी इस जिन्दगी में हम उन्ही को भूल गये जिनकी वजह से आज हम ये जिन्दगी जी रहे है |

जयहिंद ने महापुरुषों के नाम पर रही राजनीति पर तंज कसते हुए कहा कि महापुरुष-क्रांतिकारियों के संघर्ष से समाज की 36 बिरादरी का भला होता है | लेकिन बाद में राजनीति के चक्कर में नेता अपनी -अपनी बिरादरी के महापुरुषो के नाम पर वोट माँगना शुरू कर देते है |

नवीन जयहिंद ने जाट भवन में चौधरी सर छोटूराम जयंती के आयोजन पर उन्हें मिले निमन्त्रण का उन्होंने धन्यवाद किया साथ ही उन्होंने उनका भी अभिनन्दन किया जो आज कीमती समय निकल कर छोटूराम जी याद करने इस सभा में मोजूद रहे |

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